महाकुंभ शुरू होने वाला है. 13 जनवरी 2023 से शुरू होने वाले महाकुंभ की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है. योगी आदित्यनाथ ने लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सात स्तरीय सुरक्षा योजना की घोषणा कर दी है. इस फैसले के तहत मेले में 37 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. पुलिस बल उन्नत तकनीक से लैस होगी.
इतने तरह से विभाजित किया जाएगा मेला
सुरक्षा व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए मेला मैदान को 10 जोन, 25 सेक्टर, 26 पुलिस थानें और 155 चौकियों में विभाजित किया जाएगा. मेले के मद्देनजर धार्मिक स्थलों, शिविरों, घाटों और पुलों की सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जा रही है. सरकार संभावित आतंकी खतरों का मुकाबला करने के लिए अलर्ट पर है. मेले में 1378 महिला पुलिस अधिकारी भी तैनात होंगी, जो महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी.
सिर्फ मेले में 23 हजार करीब पुलिस अधिकारियों की तैनाती
सात स्तरीय सुरक्षा प्रणाली मेले के प्रवेश बिंदु से लेकर हर एक कोने पर मौजूद रहेगी. यह प्रणाली हर संभावित खतरों से निपटने के लिए डिजाइन की गई है. मेले में 22,953 अधिकारी, प्रयागराज शहर में 6,887 अधिकारी, जीआरपी के 7,771 तैनात होंगे. इसके अलावा भीड़ के नियंत्रण और सुरक्षा के लिए अधिकारियों की एक अतिरिक्त टुकड़ी शामिल होगी.
सफाई पर रहेगा खास जोर
महाकुंभ 2025 के दौरान एक नया रिकॉर्ड बनाने की योजना पर कार्य चल रहा है. इस योजना के तहत 15,000 लोग मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों और घाटों पर एक साथ सफाई अभियान में शामिल होंगे. इसके अलावा, स्वच्छता के इस अभियान में एक और खास रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा, जिसमें 300 लोग एक साथ नदी में उतरकर सफाई करेंगे और स्वच्छता अभियान को अंजाम देंगे. इस पहल का उद्देश्य महाकुंभ में स्वच्छता को नया आयाम देना और सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.