उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार को बारिश संबंधी घटनाओं के कारण सात लोगों की मौत हो गई जबकि दिल्ली में सितंबर माह में 21 मिलीमीटर से भी कम बारिश हुई जो कि 16 साल में इस महीने में हुई सबसे कम बारिश है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. वहीं, मुम्बई में बृहस्पतिवार को बारिश के थोड़ा धीमे पड़ने के बाद रेल और सड़क परिवहन सेवाएं सामान्य हो रही हैं. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अनुसार बारिश के धीमे होने के बाद अब महानगर में कहीं भी जल भराव नहीं है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मुम्बई के उपनगरों और निकटवर्ती नवी मुम्बई में पिछले 24 घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई.
शहर के कई इलाकों में पानी भर गया था
उसने बताया कि सांताक्रूज वेधशाला में इस अवधि में, बृहस्पतिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 108.7 मिमी बारिश दर्ज की गई. इस दौरान कोलाबा वेधशाला में 50.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. बीएमसी के अनुसार शहर में बुधवार सुबह आठ बजे तक पिछले 12 घंटे में 256 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. वहीं पश्चिमी और पूर्वी उपनगरों में क्रमश: 237 मिमी और 158 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर के कई इलाकों में पानी भर गया था. पटरियों पर पानी भरने की वजह से मध्य रेल (सीआर) और पश्चिमी रेल की स्थानीय सेवाएं भी बुधवार को प्रभावित हुई थी. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कम होने के बाद बृहस्पतिवार को लोकल ट्रेन सेवाएं अब सामान्य रूप से चल रही हैं. उधर, आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में मानसून की अंतिम बारिश हो चुकी है और अब बारिश होने की उम्मीद नहीं के बराबर है.
सितंबर में केवल तीन दिन अच्छी बारिश हुई
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, सफदरजंग वेधशाला में 109.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश की बजाय केवल 20.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो कि 81 प्रतिशत कम थी. वेधशाला में अंतिम बार आठ सितंबर को बारिश दर्ज की गई थी. आईएमडी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में इस वर्ष सितंबर में केवल तीन दिन अच्छी बारिश हुई. विभाग ने कहा कि सितंबर में राजधानी में सिर्फ तीन दिन बारिश हुई, जो 2016 के बाद से सबसे कम दिन है. 2016 में सिर्फ दो दिन ही बारिश हुई थी. सफदरजंग वेधशाला ने आखिरी बार आठ सितंबर को 1.3 मिमी बारिश दर्ज की थी.
आकाशीय बिजली गिरने की घटना में एक-एक व्यक्ति की मौत
इस बीच, एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में बारिश संबंधित घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई. राहत आयुक्त कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक, आंबेडकर नगर और मऊ में आकाशीय बिजली गिरने की घटना में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दीवार गिरने की घटनाओं में गाजीपुर में दो लोगों की और सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजन को चार लाख रुपये मुआवजा दिए जाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. भाषा शफीक मानसी मानसी
Source : Bhasha