पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता स्वामी चिन्मयानंद की हालत बिगड़ गई है. उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रही है. चिन्मयानंद (72) के मुमुक्षु आश्रम में सोमवार रात डॉक्टरों की एक टीम को उनके इलाज के लिए बुलाया गया. इससे कुछ ही घंटों पहले उन पर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा ने सोमवार को आरोपी के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया था.
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एसआईटी सूत्रों ने कहा कि कोर्ट में पीड़िता के बयान के बाद, चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज मामले में सोमवार को दुष्कर्म का आरोप जोड़ा जा सकता है. चिन्मयानंद को बेचैनी और कमजोरी की शिकायत बताई जा रही है. मेडिकल टीम ने कहा कि वे डायरिया से पीड़ित हैं. डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. एम.एल. अग्रवाल ने कहा कि उन्हें मधुमेह भी है जिससे कमजोरी हो रही है. हमने उन्हें जरूरी दवाई दी है और पूर्ण आराम की सलाह दी है.
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उधर, लड़की का बयान दर्ज होने के बाद स्वामी चिन्मयानंद पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. अभी चिन्मयानंद अपने आवास पर एसआईटी की निगरानी में हैं. एसआईटी का निर्देश है कि चिन्मयानंद आश्रम न छोड़ें. बता दें कि पीड़िता ने पांच सितंबर को दिल्ली में चिन्मयानंद के खिलाफ लोधी रोड पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसे बाद में शाहजहांपुर ट्रांसफर कर दिया गया था.
Source : आईएएनएस