देश में राष्ट्रपति चुनाव को एनडीए और विपक्ष के बीच लामबंदी की जा रही है. इस बीच प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh) ने शनिवार को सपा के अध्यक्ष और अपने भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी के जरिये शिवपाल ने अखिलेश यादल को राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है. साथ ही उन्होंने अपने भतीजे को पुराना वाक्या भी याद दिलाया है.
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शिवपाल सिंह यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया, जिसने हमारे नेताजी को पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई का एजेंट बताया था. यह कहते हुए मुझे दुख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आग बबूला हो जाते थे, आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं. ऐसा लगने लगा है कि पूरी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गई है. '
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जानें शिवपाल यादव ने पत्र में क्या लिखा है-
'मैं, आपका और समाजवादी पार्टी के शुभचिंतकों का ध्यान एक बेहद गंभीर व संवेदनशील विषय की ओर दिलाना चाहता हूं. यह नियति की अजीब विडंबना है कि समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया है, जिसमें हम सभी के अभिभावक और प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत आदरणीय नेताजी को उनके रक्षा मंत्रित्व काल में पाकिस्तानी गुप्तचर संस्था आईएसआई का एजेंट बताया था. यह दुभाग्यपूर्ण है कि समाजवादी पार्टी को राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला. यह कहते हुए मुझे दुख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आगबबूला हो जाते थे. आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं. ऐसा लगने लगा है कि पूरी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गई है.'