प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के नाम से राजनीतिक दल बनाने के बाद शिवपाल यादव आज लखनऊ में अपनी पहली बड़ी रैली कर रहे हैं. इस दौरान उनके साथ सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, अपर्णा यादव और अंसार रज़ा जैसे बड़े नेता मौजूद रहे. शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि अब कोई उनका साथ दे या ना दे, फर्क नहीं पड़ता. शिवपाल ने सपा संस्थापक मुलायम के साथ देने से हिचकने के सवाल पर कहा, 'कौन हमारे साथ है, कौन नहीं है, इसकी मुझे अब कोई चिंता नहीं है.'
इस सवाल पर कि वह हमेशा मुलायम का आशीर्वाद प्राप्त होने का दावा करते हैं, मगर क्या कारण है कि सपा संस्थापक उनकी बजाय अपने बेटे अखिलेश यादव के साथ दिखाई देते हैं, शिवपाल ने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं और मैं अब जानकारी करना भी नहीं चाहता. 1989 में जब मुख्यमंत्री थे तब आप ने बाबरी मस्जिद को बचाने का काम किया था पर उसके बाद 1992 में कई दंगे हो गए.सुप्रीम कोर्ट की अवहेलना नहीं होनी चाहिए.
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मंच से लोगों को संबोधित करते हुए अंसार रजा ने कहा कि लोग कहते हैं कि शिवपाल यादव भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, जिस मंच पर मुलायम शिवपाल हो वह भाजपा के साथ कैसे हो सकती है. रजा ने कहा कि में शिवपाल के काम आऊं यह मेरे लिए खुशी की बात होगी.
वहीं मंच पर उपस्थित अपर्णा यादव ने कहा कि आज की रैली इस बात का सबूत है कि शेर को चोट नहीं देनी चाहिए. जब नेता जी को चोट पहुंची तो वो शिक्षक से राजनेता बने, अब शिवपाल चाचा को चोट पहुंची है तो देखिए आगे-आगे होता है क्या.
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भारत एक सेक्युलर देश है हमें पानी बिजली सड़क सब चाहिए पर आज हमको ऐसा कुछ नही मिला, किसान, मजदूर, युवा, किसी की भी सुनबाई नही हो रही है. आज परिवर्तन का दिन है 2019 में आप तय करिए कि आपको किसको चुनना है. इसके बाद अर्पणा ने कहा में आभारी हूं कि चाचा ने मुझे बोलने का मौका दिया, में तन मन धन हर तरह से आपके साथ हूं.
Source : News Nation Bureau