पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर अपने ही कॉलेज में पढ़ने वाली कानून की छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बीजेपी नेता पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. शाहजहांपुर में एसआईटी ने शनिवार देर रात को जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन और बीजेपी नेता डीपीएस राठौर के घर की तलाशी ली. जहां से एसआईटी उनका लैपटॉप और पेनड्राइव अपने साथ ले गई. साथ ही बीजेपी नेता से इस मामले में पूछताछ भी की जा रही है. डीपीएस राठौर उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जैनेंद्र प्रताप सिंह के सगे छोटे भाई हैं.
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दरअसल, बीजेपी नेता डीपी सिंह पर चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने वाली छात्रा और उसके तीन दोस्तों की मदद करने का आरोप लगा है. 5 करोड़ की रंगदारी मांगने वाले छात्रा के तीन दोस्त बीजेपी नेता के करीबी रिश्तेदार बताए जा रहे हैं. देर रात एसआईटी की टीम बीजेपी नेता डीपीएस राठौर के थाना सदर बाजार स्थित सेठ एन्क्लेव में उनके आवास पहुंची और छानबीन शुरू की. इस दौरान एसआईटी ने उनके घर से लैपटॉप और पेन ड्राइव जब्त की. एसआईटी पिछले 2 दिनों से बीजेपी नेता से पूछताछ कर रही है.
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पूछताछ के बाद निकले तथ्यों के आधार पर ही एसआईटी ने शनिवार चिन्मयानंद के आश्रम के बाहर नाले में तलाशी अभियान शुरू किया था. एसआईटी ने मुमुक्षु आश्रम के पास एक नाले में खोज के दौरान पीड़िता का पर्स बरामद किया. अब एसआईटी को उस चश्मे की तलाश है, जिसमें लगे जासूसी कैमरे की मदद से पीड़िता ने पूर्व केंद्रीय मंत्री की मालिश करते हुए वीडियो बनाया था. एसआईटी को उम्मीद है कि लॉ की छात्रा ने जिस कैमरे वाले चश्मे से स्वामी चिन्मयानंद की मालिश का अश्लील वीडियो बनाया था, वह नाले में फेंका गया है. फिलहाल एसआईटी ने इस मामले में घटना से जुड़े सभी लोगों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सूत्रों की मानें तो इस मामले में बीजेपी नेता की मुश्किलें बढ़ सकती है.
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