उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में हुए गोलीकांड को लेकर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) शुक्रवार को अपनी जांच रिपोर्ट राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को सौंपेगी. आठ पुलिस कर्मियों की हत्या से जुड़े मामले में योगी सरकार द्वारा वरिष्ठ आईएएस अफसर संजय भुस रेड्डी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. इस टीम में एडीजी हरिराम शर्मा और डीआईजी जे. रविन्द्र गौड़ भी शामिल हैं. इस मामले में एसआईटी (SIT) अब तक करीब दो दर्जन लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है.
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जानकारी के मुताबिक, एसआईटी ने अब तक जिन लोगों के बयान दर्ज किए हैं, उनमें विकास दुबे के गांव बिकरू के लोग, विकास के रिश्तेदार और करीब 9 पुलिसवाले हैं. जिन लोगों के बयान दर्ज हुए हैं, एसआईटी ने बयान पर उन सबका हस्ताक्षर भी कराया है, ताकि कोई कोर्ट में अपने बयान से न पलट जाए. एसआईटी घटना से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं और प्रकरण की गहन अभिलेखीय और स्थलीय जांच के बाद अब 31 जुलाई को मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपेगी.
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गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या को अंजाम देने वाले खूंखार अपराधी विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर से हिरासत में लिया गया था. इसके अगले दिन कानपुर आने के दौरान रास्ते में गाड़ी पलटने के बाद भागते समय वह मारा गया था. गैंगस्टर विकास दुबे अपराध की दुनिया में कैसे इतना आगे बढ़ा और कैसे वह अपने पैतृक गांव में घात लगाकर आठ पुलिसकर्मियों को मारने में कामयाब रहा, इसका पता लगाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था.