उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पिछले दिनों कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बवाल और सांसद संगमलाल गुप्ता की पिटाई के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. सीओ सदर के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यीय टीम घटना के सभी बिदुंओं की गहराई से पड़ताल करेगी. आपको बता दें कि जिले के सांगीपुर ब्लॉक में 25 सितंबर को आयोजित गरीब कल्याण मेले में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट और बवाल हो गया था. आरोप है कि इस दौरान भाजपा सांसद संगमलाल गुप्ता की भी पिटाई कर दी गई.
इस मामले में सांसद संगमलाल गुप्ता, उनके गनर समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने में तहरीर दी थी. स्थानीय पुलिस ने सांसद की तहरीर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, रामपुर खास की विधायक आराधना मिश्रा मोना और उनके समर्थकों पर मुकदमे दर्ज कर लिए हैं. एक मुकदमा पुलिस की तरफ से भी दर्ज कराया गया है, लेकिन उसमें प्रमोद तिवापी और आराधना मिश्रा मोना के नाम नहीं हैं. अब इस मामले की जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है.
एसआईटी ने सांगीपुर थाने पहुंचकर जांच शुरू कर दी. अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देश पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एलआर कुमार द्वारा गठित टीम में पुलिस उपाधीक्षक सदर पवन कुमार त्रिवेदी, उदयपुर थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार राय, उपनिरीक्षक राजनारायण यादव, उपनिरीक्षक अश्वनी पटेल, उपनिरीक्षक जगत नारायण को शामिल किया गया है. यह टीम सभी मुकदमों की विवेचना संयुक्त रूप से करेगी. उधर, सीओ सदर पवन कुमार ने बताया कि एफआईआर की विवेचना के साथ साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं. घटना में शामिल लोगों को चिह्नित किया जाएगा.
Source : Brijesh Mishra