Sonbhadra Flood News: लगातार हो रही बारिश के कारण एशिया के विशालतम जलाशयों में से एक, रिहंद डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिसके चलते सात गेट खोलने पड़े हैं. इसी तरह, ओबरा बांध का जलस्तर भी अधिकतम सीमा को पार कर गया है, जिससे पांच गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है. रिहंद और ओबरा जलाशयों की कुल नौ जल विद्युत इकाइयों से पूरी क्षमता के साथ उत्पादन करते हुए पानी छोड़ा जा रहा है और अब तक कुल 1,43,000 क्यूसेक पानी बहाया जा चुका है.
आपको बता दें कि साल 2016 में भारी बारिश के चलते 6 सितंबर को रिहंद डैम का जलस्तर 872.6 फीट रिकॉर्ड किया गया था और तब इसके सभी 13 गेट खोलने पड़े थे. इस बार, अगस्त में हुई अच्छी बारिश के कारण रिहंद का जलस्तर फिर से अधिकतम सीमा के करीब पहुंच गया है. बुधवार की सुबह जलस्तर 869 फीट को पार कर गया, जिसके बाद गेटों को खोलने का सिलसिला शुरू हुआ. सुबह 8:00 बजे पहला गेट खोला गया और दोपहर तक बांध का जलस्तर 870 फीट पर पहुंच गया.
रिहंद डैम का हाल खराब
वहीं छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से तेजी से आ रहे पानी के कारण रिहंद डैम के और गेट खोले गए. शाम पांच बजे तक, कुल 13 में से 7 गेटों को 10 फीट ऊंचा खोलकर लगभग 70,900 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था. ओबरा बांध का जलस्तर भी 193.24 मीटर के अधिकतम निशान को पार कर गया, जिसके चलते चार गेट खोले गए. यहां से भी 70,900 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.
इसके अलावा आपको बता दें कि सोन नदी के जलस्तर पर नजर रखते हुए तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. रिहंद और ओबरा से छोड़ा गया पानी रेणुका नदी होते हुए सोन नदी में पहुंच रहा है. साथ ही, कनहर बांध और मध्य प्रदेश के बाणसागर डैम से भी पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे सोन नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है.