आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति बनने के एक दिन बाद, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को घोषणा की कि वह 25 फरवरी को आगरा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे. उन्होंने इसकी पुष्टी करते हुए कहा कि, “मैं यात्रा में शामिल होऊंगा. वे जल्द ही एक विस्तृत कार्यक्रम जारी करेंगे. एक बार जब वे अपने आगरा कार्यक्रम का विवरण साझा करेंगे, तो मैं जाऊंगा.”
इससे पहले भी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को कांग्रेस ने पुरानी पार्टी के पुराने गढ़ों अमेठी और रायबरेली में राहुल के साथ आने के लिए आमंत्रित किया था. हालांकि, दोनों पक्षों के बीच सीट-बंटवारे पर बातचीत नहीं होने के कारण, यादव ने गांधी के नेतृत्व वाले मार्च को छोड़ दिया, जो 16 फरवरी को पड़ोसी बिहार से उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया था.
हालांकि, कांग्रेस महासचिव और राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के फोन के बाद सीट समझौते को अंतिम रूप दिया गया. समझौते के तहत राज्य की 80 सीटों में से 17 पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी और बाकी 63 सीटों पर सपा का कब्जा रहेगा.
अमेठी और रायबरेली के अलावा, सबसे पुरानी पार्टी फ़तेहपुर सीकरी, अमरोहा, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, बुलन्दशहर, झांसी, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी, कानपुर, बांसगांव और देवरिया में अपने उम्मीदवार उतारेगी.
गौरतलब है कि, देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 543 सदस्यीय लोकसभा में सबसे अधिक 80 सीटें हैं. इनमें से अभी कांग्रेस के पास सिर्फ रायबरेली सीट है, जहां से सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका की मां ने जीत हासिल की है. हालांकि, सोनिया गांधी अब राज्यसभा के माध्यम से संसद में प्रवेश कर चुकी हैं, और प्रियंका अपनी मां के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी शुरुआत करने के लिए सबसे आगे हैं.
Source : News Nation Bureau