समाजवादी पार्टी में बगावत के बाद मुलायम सिंह यादव ने गठबंधन के लिए अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल से संपर्क किया था। इस दौरान वह रोए थे। अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने दावा किया कि मुलायम सिंह यादव उनसे गठबंधन करना चाहते थे। वे गठबंधन को लेकर फोन पर रो पड़े थे।
मथुरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा, 'यदि आपके दोस्त रोएं और मदद के लिए विनती करें तो क्या आप मना कर देंगे? चौधरी साहब( अजीत सिंह) ने कुछ गलत नहीं किया। मुलायम सिंह यादव फोन पर रो रहे थे और मदद के लिए विनती कर रहे थे तो उन्होंने (अजीत सिंह) दो मिनट के लिए अंदर सपा से गठबंधन पर फैसला कर लिया।'
समाजवादी पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि 600 मीटर तक मेट्रो ट्रेन चलाना और जोर-शोर से विज्ञापन देना विकास नहीं कहलाता। परिवार के सदस्यों के साथ लड़ना अखिलेश यादव की आदत बन गई है।
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दरअसल मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश से वर्चस्व की लड़ाई के बाद आरएलडी से संपर्क किया था। खबर आई थी की मुलायम धड़ा चुनाव आयोग से हारने के बाद आरएलडी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि बाद में मुलायम आरएलडी के साथ नहीं गये।
चुनाव आयोग के फैसले में अखिलेश की जीत हुई। जिसके बाद समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी के बीच महागठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई। लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बनी। सपा 20 से अधिक सीट नहीं देना चाहती थी जबकि आरएलडी अधिक सीटों की मांग कर रही थी। आरएलडी उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ रही है। आरएलडी पश्चिमी यूपी में बड़ी ताकत है। जाट वोटरों पर आरएलडी की अच्छी पकड़ मानी जाती है।
HIGHLIGHTS
- आरएलडी नेता जयंत चौधरी का दावा, गठबंधन के लिए फोन पर रोए थे मुलायम
- चौधरी ने कहा, मुलायम की अपील के बाद आरएलडी गठबंधन के लिए तैयार हो गई थी
Source : News Nation Bureau