उन्नाव में रेप पीड़िता के एक्सीडेंट मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी तैयार हो गई है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हम मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे और यदि परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग करता है, तो हम मामले को सीबीआई को सौंप देंगे. हालांकि अभी तक पीड़ित परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग नहीं की है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ऑफिश पूरे मामले पर नजर रखे हुए है.
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इस पूरे मामले पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, 'हम निष्पक्ष और निशुल्क जांच करेंगे. जांच से पता चलता है कि यह पूरी तरह से एक ट्रक के कारण दुर्घटना थी. ट्रक ड्राइवर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. यदि परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग करता है, तो हम मामले को सीबीआई को सौंप देंगे.'
UP DGP OP Singh on Unnao rape survior:We'll conduct a fair&free probe.Primary probe suggests it was purely an accident due to an overspeeding truck. Truck driver&owner have been arrested. If the family demands a CBI inquiry into the case, we'll hand over the case to CBI. pic.twitter.com/rhXgb34YHw
— ANI UP (@ANINewsUP) July 29, 2019
गैंगरेप पीड़िता की सुरक्षा के सवाल पर डीजीपी ओपी सिंह, 'उनकी सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं हुई. अपने वाहन में जगह की कमी के कारण पीड़िता ने सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों से अनुरोध किया कि वह कल रायबरेली में उसके साथ न जाए.' बता दें कि अदालत ने पिछले साल दुष्कर्म पीड़िता के परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया था, लेकिन हादसे के वक्त परिवार के साथ कोई सुरक्षा गार्ड नहीं था.
UP DGP OP Singh on Unnao rape survivor: There was no negligence in her security. Due to lack of space in her vehicle, she requested the security personnel deputed for security not to accompany her to Raebareli yesterday. https://t.co/0ttJFnlWz6
— ANI UP (@ANINewsUP) July 29, 2019
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वहीं दूसरी ओर, इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. प्रमुख विपक्षी दल सपा ने राजनीतिक साजिश की आशंका के चलते सीबीआई जांच की मांग की है. अखिलेश यादव का कहना है कि यह दुर्घटना बस एक दुर्घटना थी या फिर पीड़िता के परिवार को खत्म करने की साजिश थी, इसकी सीबीआई जांच जरूर होनी चाहिए. वहीं कांग्रेस ने भी इस दुर्घटना की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है. कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज फिर पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेगा. कल देर शाम समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर पीड़िता से मुलाकात की थी. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी आज ट्रॉमा सेंटर पहुंचीं है.
बता दें कि रविवार शाम NH-31 पर पीड़िता की कार से एक ट्रक टकरा गया था. दुर्घटना में उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता और उसके वकील महेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. दुर्घटना में पीड़िता की चाची व अन्य एक महिला की मौत हो गई. यह सभी दुष्कर्म पीड़िता के चाचा से मिलकर वापस आ रहे थे, जो जालसाजी के मामले में रायबरेली जेल में बंद है. ट्रक के मालिक देवेंद्र सिंह और चालक आशीष पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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