अमेरिका में स्कॉलरशिप लेने वाली ग्रेटर नोएडा की होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत कैसे हुई? इस बात से आज (16 अगस्त) बुलंदशहर पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्यों के साथ पर्दा उठा दिया. बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह और डीएम रविंदर कुमार ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत छेड़छाड़ या स्टंट की वजह से नहीं हुई थी, बल्कि यह एक पूरी तरह हादसा था. यह जरूर है कि आरोपियों ने हादसे के बाद पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए साक्ष्यों को मिटाने की भरपूर कोशिश की. इसलिए उनके खिलाफ मुकदमें में साक्ष्य मिटाने की धारा भी जोड़ी गई है.
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बुलेट सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया
दरअसल इस मामले में एसआईटी की टीम ने शनिवार को सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से बुलेट सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया है. एक 26 साल का दीपक है और दूसरा 53 साल का राजू मिस्त्री. बुलेट चला रहा था और राजू उसके पीछे बैठा था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मॉडिफाइड बुलेट बाइक, सायलेंसर, हेलमेट और जाट लिखी नम्बर प्लेट बरामद की है.
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बाइक के सामने अचानक हरे रंग का ऑटो और भैंसा बुग्गी आ गई
बुलंदशहर एसएसपी ने रविवार को पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठाते हुए बताया कि पकड़े में आए दीपक चौधरी ने पूछताछ में बताया कि वह एक कांट्रेक्टर के यहां काम करता है और 10 अगस्त को राज मिस्त्री राजू को लेकर काली बुलेट से निर्माणाधीन साइट पर जा रहा था. औरांगबाद चारोरा मुस्तफाबाद के पास उसकी बुलेट बाइक के सामने अचानक हरे रंग का ऑटो और भैंसा बुग्गी आ गई. इसकी वजह से उसे अचानक ब्रेक लगाना पड़ गया. पीछे से आ रही सुदीक्षा भाटी कि बाइक बुलेट से टकरा गई. इससे छात्रा सड़क पर जा गिरी और उसकी मौत हो गई.
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डर गया था दीपक, इसलिए मॉडिफाइड करवाई बुलेट
पुलिस के मुताबिक, मामला बहुचर्चित हो जाने से दीपक डर गया था इसलिए उसने काला आम चौराहे पर बुलेट को मॉडिफाइड करवा दिया था. इतना ही नहीं किसी को शक न हो इसलिए दीपक ने टायर, सायलेंसर और जाट लिखी नम्बर प्लेट भी हटवा दी थी. पुलिस ने राजू और दीपक की निशानदेही पर मोडिफाइड बुलेट बाइक, सायलेंसर, हेलमेट, नंबर प्लेट और टायर बरामद कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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सीसीटीवी कैमरे की मदद से मिली कामयाबी
सुदीक्षा भाटी की मौत सड़क हादसा था या कुछ और इस मामले की जांच के लिए एसआईटी की टीम का गठन किया गया था. साथ में सर्विलांस के लिए भी अलग टीमें लगाई गई. अलग-अलग जगहों से मिली 12 सीसीटीवी फुटेज जिनमें बुलेट सवार और दीक्षा की बाइक नजर आई, की मदद से पुलिस आरोपी बुलेट सवारों तक पहुंच सकी. जांच के चलते 10700 से ज्यादा बुलेट मोटरसाइकिल और 1000 लोगों को जांच के दायरे में लिया गया. इसके बाद 53 साल के राजू मिस्त्री और दीपक चौधरी को गिरफ्त में लिया. पुलिस ने सुदीक्षा के परिजनों को पूरे रूट के सीसीटीवी फुटेज दिखाए, गवाहों के बयान सुनाएं, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बताया कि ज्यादातर जगहों पर सुदीक्षा की बाइक और आरोपियों की बाइक के बीच में काफी दूरी रही जिससे बाइक चलाते छेड़छाड़ की आशंका खत्म हो जाती है.