अयोध्या में मस्जिद के साथ-साथ अस्पताल का भी निर्माण किया जाएगा. सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद और अस्पताल का निर्माण कराने का फैसला लिया है. मस्जिद और अस्पताल के निर्माण में सुन्नी वक्फ बोर्ड विदेश से भी मदद लेगा. बोर्ड की ओर से बताया गया है कि इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट (आईआईसीएफ) के लिए बोर्ड जल्द आवेदन करेगा. आयकर से छूट के लिए 80जी और 12ए में पंजीकरण के लिए अभी आवेदन किया है.
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सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मशीन और अस्पताल का निर्माण कराने के लिए एक गाइडलाइन भी बनाई है. इसके साथ ही ऐलान किया है कि देशहित के खिलाफ काम करने वालों से आर्थिक सहयोग नहीं ली जाएगा. उल्लेखनीय है कि पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद, पुस्तकालय, संग्रहालय और सामुदायिक रसोईघर का निर्माण करने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ) ने एक कोष की स्थापना की है.
उल्लेखनीय है कि बाबरी मस्जिद के बदले अगस्त में वक्फ बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जिला प्रशासन ने पांच एकड़ की जमीन सौंपी थी. फरवरी, 2020 में उत्तर प्रदेश सरकार ने राम जन्मभूमि परिसर से लगभग 25 किलोमीटर दूर सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में सुन्नी वक्फ बोर्ड को यह जमीन दी गई है.
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बीते दिनों हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल कायम करते हुए उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में एक मस्जिद के प्रस्तावित निर्माण की दिशा में पहला दान एक हिंदू की तरफ से दिया गया. लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के सदस्य रोहित श्रीवास्तव ने धनीपुर गांव में मस्जिद के लिए 21,000 रुपये का दान दिया है, जिसके चलते मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने उनकी प्रशंसा की थी.
Source : News Nation Bureau