सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या की सीबीआइ से जांच कराने की मांग पर इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने को कहा है. अदालत ने कहा यह सामान्य और व्यक्तिगत अपराध से जुड़े मामले हैं. याचिका में पूरे देश की अदालतों में महिला वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की गई है.
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यह याचिका वकील इंदू कौल ने दाखिल की है. दरवेश यादव उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गई थीं. अध्यक्ष चुने जाने के दो दिन बाद 12 जून को आगरा जिला अदालत परिसर स्थित चेंबर में गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गई थी.
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उनकी हत्या साथी वकील मनीष शर्मा ने की थी. गोली मारने के बाद उसने खुद को भी गोली मार ली थी. दरवेश को मनीष ने एक के बाद एक तीन गोली मारी, बाद में मनीष ने खुद को भी गोली मार ली. दरवेश को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
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इस घटना से पूरे अधिवक्ताओं में गम और गुस्से की लहर दौड़ गई. वह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं. 2016 में वह बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष भी थीं. पहली बार वह 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं. तभी से बार काउंसिल में सक्रिय थीं. आगरा से ही उन्होंने विधि स्नातक की डिग्री हासिल की. 2004 में उन्होंने अपनी वकालत शुरू की.
HIGHLIGHTS
- UP बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष थीं दरवेश
- अध्यक्ष बनने के दूसरे दिन ही मारी गई थी गोली
- आगरा में स्वागत समारोह के दौरान हुआ था हादसा