ज्ञानवापी (Gyanvapi) मामले में आज यानी बुधवार को अदालत में अहम सुनवाई होनी थी. मगर वाराणसी में आज वकीलों की हड़ताल के कारण सुनवाई टल गई. इसका अंदेशा पहले से ही था. अगर बनारस बार वकीलों को सुनवाई करने की अनुमति देगा, तब ही सुनवाई हो सकती थी. वाराणसी बार ऐसोसिएशन ने हड़ताल के दिन अदालत में कार्रवाई में भाग लेने से मना कर दिया. वादी पक्ष की तरफ से अदालत में अर्जी डाली गई थी कि शिवलिंग की जगह पर वजू बंद होनी चाहिए. वहां की साफ सफाई और फिर से सर्वे की भी मांग की गई है. मंगलवार को भी इस मामले की सुनवाई हुई थी. आज एक बार दोबारा अदालत में इस मामले की सुनवाई होनी थी. सरकारी वकील की अर्जी जिसमें वजू के लिए पानी की व्यवस्था करने की बात कही गई है.
मां श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजा पर हुआ था मामला
गौरतलब है कि ज्ञानवापी मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें उसने परिसर की वीडियोग्राफी कराने के निचली अदालत के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. निचली अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद से सटे मां श्रृंगार गौरी मंदिर में साल भर पूजा करने का अधिकार मांगते हुए पांच हिंदू महिलाओं की तरफ से दाखिल याचिका पर बीते महीने परिसर की वीडियोग्राफी सर्वे कराने का आदेश दिया था.
ज्ञानवापी में सर्वे का काम पूरा
यूपी के वाराणसी की ज्ञानवापी सर्वे का काम तीसरे दिन सोमवार को पूरा हो चुका है. हिंदू पक्ष का दावा है कि नंदी के मुख के सामने वजू खाने से 12 फीट 8 इंच का शिवलिंग प्राप्त हुआ है. इस पर कोर्ट ने शिवलिंग वाले क्षेत्र को पूरी तरह से सील करने का आदेश दिया था. इसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने देर शाम को वजू खाने वाले एरिया को सील कर दिया है.
HIGHLIGHTS
- आज एक बार दोबारा अदालत में इस मामले की सुनवाई होगी
- वाराणसी में आज वकीलों की हड़ताल है, ऐसे में सुनवाई टल सकती है