सोनभद्र में जमीन विवाद में हुए हत्याकांड को लेकर कमिश्नर मिर्जापुर और एडीजी वाराणसी जोन द्वारा देर रात शासन को सौंपी गई. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की जिम्मेदारी को तय करते हुए यह रिपोर्ट सौंपी गई थी. इस रिपोर्ट के आधार सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा पुलिस प्रशासन के कुल 5 अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन को भी इस कार्रवाई से अवगत कराया है.
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कमिश्नर मिर्जापुर और एडीजी वाराणसी जोन की जांच रिपोर्ट में की गई सिफारिश के आधार पर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसडीएम घोरावल, सीओ घोरावल, इंस्पेक्टर थाना घोरावल, सब इंस्पेक्टर (बीट इंचार्ज) और बीट कांस्टेबल समेत पुलिस-प्रशासन के कुल 5 अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित किया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि उन्होंने स्वयं घटना की जानकारी ली और कार्रवाई का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि एसडीएम को निलंबित करने का निर्णय हुआ. साथ ही पुलिसकर्मियों को शिथिलता बरतने के लिए निलंबित करने का आदेश दिया गया. उन्होंने बताया कि तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है जो 1955 से लेकर अब तक इस मामले को लेकर रिपोर्ट 10 दिन में देगी.
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सोनभद्र जिले में जमीन विवाद के चलते बुधवार को गोंड और गुर्जर समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे. जिसमें तीन महिलाओं सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी और 24 अन्य घायल हो गए थे. सोनभद्र में हिंसा के संबंध में 24 लोगों गिरफ्तार किया गया है और 78 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
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