पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं यौन उत्पीड़न के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद को सोमवार देर शाम लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) से छुट्टी दे दी गई है. जहां से एक बार फिर उन्हें शाहजहांपुर जिला कारागार लाया गया है. स्वामी चिन्मयानंद को 23 सितंबर को सीने में दर्द और अन्य बीमारियों के चलते लखनऊ हायर सेंटर रेफर किया गया था. उनकी एंजियोग्राफी की गई, लेकिन कोई ब्लॉकेज नहीं पाया गया. स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं के कारण वह अब तक पीजीआई में ही भर्ती थे.
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पीजीआई द्वारा स्वास्थ्य बुलेटिन में सोमवार देर शाम कहा गया कि स्वामी चिन्मयानंद को शाम 6.30 बजे पीजीआई के हृदय रोग विभाग से छुट्टी (डिस्चार्ज) दे दी गयी. इस बारे में जब पीजीआई के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने चिन्मयानंद को अस्पताल से छुट्टी मिलने की पुष्टि की.
इससे पहले सोमवार को जिला एवं सत्र न्यायालय ने एक बार फिर चिन्मयानंद की जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके साथ ही कोर्ट ने पीड़ित छात्रा की भी जमानत याचिका खारिज की. बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद अपने ही कॉलेज की लॉ छात्रा द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप में 20 सितंबर से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं. चिन्मयानंद के खिलाफ थाना कोतवाली चौक में छात्रा के यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज है.
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उधर, साधू-संत भी आरोपी स्वामी चिन्मयानंद से किनारा करने लगे हैं. हाल ही में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने स्वामी चिन्मयानंद को अखाड़े से बाहर कर दिया था. अखाड़े से बाहर किए जाने का मतलब है कि अब चिन्मयानंद साधु संतों की बैठकों और अखाड़े के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे.
Source : डालचंद