उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली पीड़ित एलएलएम की छात्रा और उसका परिवार देर रात अपने घर पहुंचा. दिल्ली पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़ित छात्रा शाहजहांपुर स्थित घर में पहुंची, जहां दिल्ली पुलिस ने उसकी सुरक्षा का जिम्मा यूपी पुलिस को सौंपा. बता दें कि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को छात्रा और उसके परिवार की सुरक्षा के निर्देश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लड़की और उसके माता-पिता शाहजहांपुर जा सकते हैं. यात्रा के दौरान दिल्ली पुलिस सुरक्षा मुहैया कराएगी.
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बरेली रेंज के पुलिस उप-महानिरीक्षक राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि हमारी जिम्मेदारी पीड़िता और परिवार को सुरक्षा देने की है. इसका हमने इंतजाम कर दिया है. दो गनर (एक महिला एक पुरुष) पीड़िता के साथ रहेंगे. दो गनर पीड़िता के भाई, मां और पिता के घर से बाहर आने-जाने के वक्त उनकी सुरक्षा करेंगे. जिस स्थान पर भी पीड़ित परिवार रहेगा, वहां एक और तीन (हथियार सहित एक हवलदार और तीन सिपाही) की गारद 24 घंटे मुस्तैद रहेगी.
उधर, स्वामी चिन्मयानंद पर लगे उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित एसआईटी (विशेष जांच प्रकोष्ठ) ने जांच शुरू कर दी है. शनिवार को एसआईटी उन सभी स्थानों पर पहुंची, जिनका जिक्र एफआईआर में किया गया है. इस जांच टीम में 47वीं वाहनी पीएसी (गाजियाबाद) की कमांडेंट/पुलिस अधीक्षक भारती सिंह सहित उत्तर प्रदेश पुलिस के सर्विलांस विशेषज्ञ पुलिस अधीक्षक एस. आनंद, एडिशनल एसपी अतुल श्रीवास्तव, डिप्टी एसपी श्वेता श्रीवास्तव और कुछ फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट्स सहित करीब 15 पुलिस अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल हैं.
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एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि शुक्रवार को एसआईटी ने शाहजहांपुर कोतवाली थाना प्रभारी से विस्तृत बातचीत की. एफआईआर, केस डायरी और अब तक की तफ्तीश में मिली तमाम जानकारियां भी इंस्पेक्टर कोतवाली से शनिवार को एसआईटी ने ले ली. उन्होंने बताया कि एफआईआर में जिस कॉलेज के कमरे का जिक्र किया गया है, उस तक भी एसआईटी की टीम पहुंची, जिसमें पीड़िता छोटे भाई के साथ रहकर पढ़ाई कर रही थी. एसआईटी टीम इंचार्ज ने इस बात से इंकार किया कि संबंधित कमरे का ताला खोलकर उसे अंदर से एसआईटी टीम ने देखा.
बता दें कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की एक छात्रा ने गत 24 अगस्त को फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया था. उसमें उसने 'एक सन्यासी' द्वारा कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद किए जाने का आरोप लगाते हुए खुद को और अपने परिवार को जान का खतरा बताया गया था. इसके बाद से वह लापता हो गई थी. छात्रा के पिता की तहरीर पर शहर कोतवाली में चिन्मयानंद के विरुद्ध लड़की का अपहरण करने एवं जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज करा दिया था. बाद में यह मामला उच्चतम न्यायालय पहुंच गया था, जिसके निर्देश पर प्रकरण की जांच के लिये एसआईटी गठित की गई.
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