बड़े मियां दरगाह से निकली बजरंगबली और शनिदेव की मूर्ति, लोग बोले- मंदिर तोड़कर बनाई थी मजार

दरगाह परिसर में पुलिस स्टेशन के निर्माण के लिए हो रही खुदाई में शनि देव (Shani Dev) और बजरंग बली की मूर्ति मिली है.

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Pradeep Singh
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छोटे मियां-बड़े मियां की दरगाह( Photo Credit : News Nation)

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उत्तर प्रदेश के एटा जिले की जलेसर तहसील (Tehsil Jalesar) इस समय चर्चा में है. चर्चा का कारण कस्बे में स्थित छोटे मियां-बड़े मियां (Chhote Mian-Bade Mian Dargah)की दरगाह है. दरगाह परिसर में पुलिस स्टेशन के निर्माण के लिए हो रही खुदाई में शनि देव (Shani Dev) और बजरंग बली की मूर्ति मिली है. जिसके बाद, वहां जनसैलाब उमड़ पड़ा.  स्थानीय लोगों का कहना है कि आज जहां दरगाह  है पहले वहां शनि मंदिर हुआ करता था. बाद में उसका अतिक्रमण कर दरगाह का निर्माण किया गया. शनि मंदिर के अलावा जैन समाज का भी ये दावा  है कि उनके धार्मिक स्थल का भी एक हिस्सा दरगाह में है. 

दरगाह पर विभिन्न समुदायों के दावे को देखते हुए प्रशासन चौकन्ना है. प्रशासन इसे संदेह की नजर से देख रहा है. प्रशासन का कहना उक्त मूर्ति की प्राचीनता की जांच के लिए पुरातत्व विभाग (Archaeological Department) की टीम बुलाकर जांच करायी जाएगी. तभी कुछ भी स्पष्ट हो पाएगा.

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मिट्टी में दबी मूर्तियां मिलने के बाद वहां जनसैलाब उमड़ पड़ा और पानी से मूर्तियों का शुद्धिकरण किया गया. शनिदेव की प्रतिमा का तेल से अभिषेक किया गया. लोगों ने मूर्ति की पूजा भी की और जय श्री राम के नारे लगाए. ये खोदाई दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई थी. फिलहाल SDM ने मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया है.

बड़े मियां की दरगाह को लेकर तीन दिन पहले भी विवाद हो चुका है. तीन दिन पहले दरगाह बड़े मियां संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर सहित 9 पदाधिकारियों पर 99 करोड़ रुपए के गबन की रिपोर्ट थाना जलेसर में दर्ज कराई गई थी. ग्राम प्रधान शैलेन्द्र सिंह राजपूत की तहरीर पर उप जिला अधिकारी की जांच के बाद एफआईआर दर्ज हुई थी.

एफआईआर दर्ज होने के बाद दरगाह बड़े मियां के अध्यक्ष और कमेटी के अन्य पदाधिकारी फरार हो गए थे. एटा के जलेसर के वर्तमान विधायक संजीव दिवाकर ने इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर भी शिकायत की थी. जलेसर के विधायक संजीव दिवाकर का दावा है कि दरगाह बड़े मियां की जगह पर पहले शनि मंदिर था. जिसपर जबरन कब्जा करके दरगाह बनाई गई थी. कुछ हिंदू संगठनों ने दरगाह पर झंडा भी लहरा दिया था.

जिसके बाद जिला प्रशासन ने दरगाह बड़े मियां को कुर्क करके उप जिला अधिकारी जलेसर अलंकार अग्निहोत्री को उसका प्रशासक नियुक्त किया था. प्रशासन दरगाह कैंपस में पुलिस स्टेशन के निर्माण के लिए खोदाई करा रहा है.
 

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