वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (kashi vishwanath temple) में सर्वे की कार्रवाई के लिए अदालत कमिश्नर समेत हिंदू और मुस्लिम पक्ष के वादी और वकीलों ने अंदर प्रवेश किया. इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 पर मुस्लिम समुदाय के युवाओं की ओर से विरोध के साथ नारेबाजी हुई. काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर मौजूद मुस्लिम पक्ष का कहना था कि पहले हर-हर महादेव के नारे लगे, इसके जवाब में हमने भी नारे लगाए. वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद (gyanvapi mosque) के परिसर में वीडियोग्राफी होगी. वाराणसी की एक अदालत (court) ने परिसर के अंदर श्रृंगार गौरी और कई विग्रह का सर्वे और वीडियोग्राफी करने का आदेश जारी किया था. इसमें कोर्ट की तरफ से नियुक्त वकील कमिश्नर सर्वे करेंगे और देखेंगे कि मां श्रृंगार गौरी और दूसरे विग्रह तथा दूसरे देवताओं की स्थिति क्या है. इस सर्वे में किसी तरह की माप नहीं होगी, मगर मंदिर और विग्रह कहां-कहां है इसका सर्वे किया जाएगा.
सुरक्षा की गुहार लगाई थी
यह तय गुरुवार को ही गया था कि श्रृंगार गौरी और दूसरे विग्रहों, देवी-देवताओं के स्थान का सर्वे होगा. अजय कुमार मिश्रा जोकि वकील कमिश्नर कोर्ट की तरफ से नियुक्त किए गए हैं, उन्होंने अपनी और सर्वे किए गए सभी सामानों की सुरक्षा की गुहार लगाई थी. इस पर कोर्ट ने सुरक्षा की जिम्मेदारी वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट को दी है.
HIGHLIGHTS
- मंदिर और विग्रह कहां-कहां है इसका सर्वे किया जाएगा
- दूसरे विग्रहों, देवी-देवताओं के स्थान का सर्वे होगा