कोरोना वायरस (Corona Virus) से पूरी दुनिया अस्त व्यस्त हो गई है. देश में 60 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं 2 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. इसके संक्रमण को रोकने के लिए 22 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) लगा हुआ है. जिसके चलते कई लोग जहां थे, वहीं फंस गए. सभी लोग अपने घर जाने को परेशान हैं. बॉर्डर सील होने से आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है. ऐसे ही हमारे साथ महेश पाटिल ने एक दास्तान शेयर की है.
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घर जाने के लिए लगाई गुहार
वे पुणे के रहने वाले हैं. वे किसी काम से 22 मार्च को आगरा आए थे. लॉकडाउन के चलते वे वहीं फंस गए. वे पिछले 50 दिनों से वहीं फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि वे सरकारी साइट पर पंजीकरण भी कराया, लेकिन उसका पास अस्वीकार कर दिया गया. उन्होंने यूपी पुलिस और योगी सरकार से मदद की गुहार लगाई है. वे अपना घर पुणे जाना चाहते हैं. आगरा में रहते हुए उन्हें 2 महीने होने को है.
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आगरा मेंमरीजों की संख्या 700 के पार
वहीं दूसरी तरफ आगरा में बढ़ते मामले को देखते हुए रेड जोन घोषित कर दिया गया है. जिसके चलते कोई भी लोग ना वहां आ सकते हैं और ना ही जा सकते हैं. पिछले 24 घंटे में सामने आए 26 नए मामलों के साथ ही कोरोनावायरस महामारी से संक्रमित हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 700 के पार पहुंच गई है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि 23 मौतों सहित कोविड-19 से संक्रमित हुए लोगों का कुल आंकड़ा 706 है.
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अब तक 8 हजार 835 नमूने एकत्र कर चुका है
जिलाधिकारी पी.एन. सिंह ने कहा, "उपचार के बाद पूर्ण रूप से अब तक कुल 303 रोगी स्वस्थ हुए हैं और विभिन्न अस्पतालों में भर्ती रहे इन मरीजों को अब छुट्टी दे दी गई है. नए मामले ज्यादातर 42 हॉटस्पॉट से सामने आए हैं. ये यहां कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित कुछ व्यक्तियों के संपर्क में आए थे. जिला स्वास्थ्य विभाग अब तक 8 हजार 835 नमूने एकत्र कर चुका है.