काशी से अयोध्या का रिश्ता बेहद खास है, क्योंकि भगवान राम का नाम देवा दी देव महादेव भी रमते हैं. ऐसे में जब अयोध्या में राम मन्दिर का शिलान्यास हो रहा है, तब बाबा की नगरी से कई ऐसी चीजें अयोध्या जा रही है. जो वहां शिलान्यास में अपनी अहम भूमिका निभाएंगी. काशी से मां गंगा का जल, चांदी का बेलपत्र, बाबा विश्वनाथ का चढ़ाया हुआ चंदन, संत रविदास और कबीर की जन्मभूमी की मिट्टी जा रही है. काशी से अगर संत की बात की जाए तो यहां से सिर्फ संत के तौर पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती अयोध्या के लिए रवाना हो रहे हैं. स्वामी जितेन्द्रानंद जी ने बताया कि बाबा के दरबार से गया चंदन शिलान्यास में आये हर व्यक्ति के मस्तक पर लगाया जायेगा. काशी से ले जाया गया चांदी का बेलपत्र जिस पर राम नाम अंकित होगा, उसे शिलान्यास के चांदी के ईट के साथ रखा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने मुहर्त को लेकर विवाद करने वाले को मूर्खतापूर्ण वकतव्य करार दिया. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि राम का द्वार तो हर किसी के लिए खुला है.
Source : News Nation Bureau