Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस साल दीपोत्सव 2024 की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट दीपोत्सव को और भी भव्य और रिकॉर्ड-ब्रेकिंग बनाने के लिए प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. इसी सिलसिले में 1 सितंबर को जिलाधिकारी (डीएम) ने दीपोत्सव से संबंधित विभागों और कार्यदायी संस्थाओं की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. बैठक में पर्यटन, संस्कृति, सूचना, अवध यूनिवर्सिटी, नगर निगम आदि विभागों को अपने-अपने प्रस्ताव और योजनाओं के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं.
2024 के दीपोत्सव में नया रिकॉर्ड बनाने की योजना
आपको बता दें कि 2023 के दीपोत्सव में अयोध्या ने 21 लाख दीयों को प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था. इस बार, अयोध्या एक और नया रिकॉर्ड बनाने की योजना बना रही है. राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर अधिक दीयों के प्रज्वलन की योजना है. डिप्टी डायरेक्टर (पर्यटन) आरपी यादव के अनुसार, इस साल का दीपोत्सव पहले से भी बड़ा और अधिक भव्य होगा, जिसमें पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने की पूरी तैयारी है. मिट्टी के दीयों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की योजना भी तैयार की जा रही है.
विभागों की जिम्मेदारियां और तैयारियां
वहीं दीपोत्सव से संबंधित विभिन्न विभागों की अपनी-अपनी जिम्मेदारियां निर्धारित की गई हैं. पर्यटन विभाग दीयों की व्यवस्था और प्रज्वलन का जिम्मा संभालता है, जबकि अवध यूनिवर्सिटी दीयों की खरीद से लेकर उन्हें जलाने तक की पूरी प्रक्रिया को संभालती है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए दीयों की संख्या और उनकी प्रज्वलन की सही योजना बनाने पर जोर दिया जा रहा है. संस्कृति विभाग विदेशी रामलीलाओं के मंचन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जबकि शोभायात्रा और झांकी की व्यवस्था सूचना विभाग के अधीन रहेगी.
दिव्यता और भव्यता का संगम
इसके साथ ही आपको बता दें कि पिछले वर्षों की तरह, इस बार भी दीपोत्सव में कई आकर्षक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. राम की पैड़ी की 51 सीटों पर दीयों का एक साथ प्रज्वलन इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण रहेगा. राम, जानकी और लक्ष्मण के स्वरूप में कलाकारों का हेलीकॉप्टर से उतरकर राज्याभिषेक का कार्यक्रम, ग्रीन आतिशबाजी, 3डी होलोग्राफिक शो, प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो जैसे आधुनिक तकनीक का उपयोग इस आयोजन को और भी विशेष बनाएंगे. इसके अलावा, विदेशी रामलीलाओं का मंचन और भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा भी आयोजन की शोभा बढ़ाएंगे.
स्थानीय और वैश्विक स्तर पर आकर्षण
साथ ही आपको बता दें कि अयोध्या का दीपोत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आयोजन वैश्विक स्तर पर भी आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. इस साल भी उम्मीद की जा रही है कि लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनेंगे और अयोध्या की प्राचीन संस्कृति और परंपराओं को नजदीक से अनुभव करेंगे. बहरहाल, दीपोत्सव 2024 को लेकर अयोध्या प्रशासन और राज्य सरकार की तैयारियों से साफ है कि इस बार का आयोजन एक नया आयाम और ऊंचाई हासिल करेगा, जिसमें धार्मिक श्रद्धा के साथ आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा.