उत्तर प्रदेश में शनिवार शाम को आंधी-तूफान की वजह से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। हवा इतनी तेज थी कि कई शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तूफान से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और तबाही जैसे मंजर बन गए।
जानकारी के अनुसार फिरोजाबाद जिले के रामगढ़ इलाके में चनोरा गांव में एक निर्माणाधीन घर पर मजदूर काम कर रहे थे। यहां पर लेंटर डलने का काम जारी था जिस दौरान तेज आंधी से लेंटर का जाल उखड़कर सीधे नीचे आ गिरा।
इस हादसे में एक महिला, एक मिस्त्री और एक मजदूर की मौत हो गई। जबकि हादसे में एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हुई है। हादसे के बाद स्थानीय विधायक मौके पर पहुंचे और मृतकों को 4-4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की।
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वहीं आगरा समेत आस-पास के इलाके में भी तेज हवा से कई जगह पेड़ उखड़ गए और सड़क किनारे लगे होर्डिंग्स उखड़ गए। धूल के वबंडर की वजह से ब्लैकआउट हो गया। इसके बाद बारिश शुरू हो गई।
मथुरा में भी तेज हवाओं ने तबाही के जैसे हालात बना दिए। यहां पर आंधी में उखड़े पेड़ वाहनों पर गिरे हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन इससे वाहनों को नुकसान हुआ है।
बता दें कि भारत के कई राज्यों में तेज आंधी-तूफान का खतरा फिलहाल पूरी तरह से नहीं टला है। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ का असर होने की वजह से जम्मू-कश्मी समेत पूर्वोत्तर राज्यों में अगले 24 घंटे तक चक्रवाती हवाओं की आशंका जताई है।
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Source : News Nation Bureau