यूपी चुनाव 2017: मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष मतदान की जिम्मेदारी आयोग की प्राथमिकता

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों को परखने लखनऊ पहुंचे मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने यहां गुरुवार को कहा कि उप्र में स्वच्छ एवं निष्पक्ष चुनाव कराना आयोग की पहली प्राथमिकता है।

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pradeep tripathi
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यूपी चुनाव 2017: मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष मतदान की जिम्मेदारी आयोग की प्राथमिकता
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों को परखने लखनऊ पहुंचे मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने यहां गुरुवार को कहा कि उप्र में स्वच्छ एवं निष्पक्ष चुनाव कराना आयोग की पहली प्राथमिकता है।

जैदी ने यह भी स्पष्ट किया है कि आयोग की नजर उन अधिकारियों पर भी है, जिनके रिश्तेदार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। लखनऊ स्थित योजना भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा, "उप्र में कई ऐसे अधिकारी हैं, जिनके रिश्तेदार चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे अधिकारी आयोग की नजर में हैं। उन अधिकारियों से कहा गया है कि वह एक शपथपत्र देंगे कि वह संबंधित क्षेत्र की चुनावी गतिविधियों से दूर रहेंगे।"

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि राजनीतिक दलों की शिकायत पर जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को अपने अपने क्षेत्रों में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा, "कई शिकायतें मिली हैं कि बाहुबली लोग चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे तत्वों पर विशेष निगाह रखने का निर्देश दिया गया है।"

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शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा, "अधिकारियों को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि अवैध शराब की बिक्री को लेकर खासतौर से निगरानी रखने की जरूरत है। इसके लिए भारत-नेपाल सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।"

सोशल वेबसाइटों पर उत्तेजनात्मक बयानों को रोकने को लेकर जैदी ने कहा कि आयोग की तरफ से सोशल वेबसाइट पर आने वाले गैर जरूरी और उत्तेजनात्मक बयानों को लेकर एक वाटसएप नंबर जारी किया जाएगा। इस नंबर पर लोग अपनी शिकायत कर सकते हैं। आयोग के संज्ञान में आने के बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि मतदान के दौरान यदि कोई व्यक्ति पांच बजे तक कतार में खड़ा हो जाता है तो उसे हर हाल में मतदान करने की अनुमति दी जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो निर्वाचन अधिकारी देर तक वहां रुकेंगे।

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जैदी ने बताया कि आयोग ने इस बार दिव्यांगों को लेकर भी मतदान के लिए अलग से व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, "आयोग ने उप्र में 2 लाख दिव्यांगों को चिन्हित किया है। उनके मतदान को लेकर आयोग ने विशेष व्यवस्था की है। ऐसे लोगों के लिए आयोग ने वालेटिंयर तैयार कर रखे हैं, जो इन्हें मतदान स्थल तक लेकर जाएंगे। इससे वे लोग आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।"

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "कैराना से विस्थापित हुए लोग यदि अपने घर वापस आकर वोट देना चाहते हैं। तो उनको पूरी सुरक्षा दी जाएगी।"

जैदी ने कहा, "पहले चरण के तहत आने वाले जिलों में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षकों को इस बाबत निर्देश दिए गए हैं। उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।"

यह पूछे जाने पर कई राजनीतिक दलों ने सूबे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एवं मुख्य सचिव को हटाने की मांग की है, इस पर आयोग क्या कार्रवाई कर रहा है, उन्होंने कहा, "यह मामला आयोग के संज्ञान में है। समय आने पर उस पर कार्रवाई की जाएगी।"

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उल्लेखनीय है कि जैदी पिछले दो दिनों से लखनऊ में थे। वह उप्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने आए थे।

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Source : News Nation Bureau

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