यूपी एक तरफ कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर का प्रकोप झेल रहा है, वहीं 16 हेल्थ सेंटरों के प्रमुखों के इस्तीफे (16 Doctors Resignation) से हर कोई हैरान है. उन्नाव जिले में कम्युनिटी हेल्थ सेंटरों के 11 और प्राइमरी हेल्थ सेंटरों के 5 इंचार्जों ने सामूहिक इस्तीफे का ज्ञापन सीएमओ (CMO) को भेज दिया. इन डॉक्टरों का आरोप है कि प्रशासन के सीनियर अधिकारी उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं. अधिकारी अक्सर डांटते हैं और जेल भेजने की धमकी देते हैं. प्रशासन के तानाशाही रवैये और विभागीय उच्च अधिकारियों के असहयोग के कारण इन 16 प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दिया है.
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इस वजह से डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वाले इन डॉक्टरों का कहना है कि वह अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ कर रहे हैं. लेकिन इसके बाद भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके साथ गलत रवैया अपनाते हैं. वह दंडात्मक आदेश जारी कर तानाशाही करते हैं. जब इस मामले की बड़े अफसरों से करते हैं तो वह भी चुप रहते हैं.
जिला प्रशासन पर लगाया अभद्र व्यवहार करने का आरोप
इस्तीफा देने वाले डॉक्टर अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के प्रभारी हैं. उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) की अनुपस्थिति में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.तन्मय कक्कड़ को अपने त्यागपत्र सौंपे. मीडिया से बात करते हुए इन डॉक्टरों कहा RT-PCR टेस्ट हो या फिर कोविड वैक्सीनेशन या कोई प्रोग्राम, तत्काल टारगेट दिया जाता है, इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से अभद्र व्यवहार किया जाता है.
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इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों के नाम
सामूहिक इस्तीफा देने वालों में शामिल हैं- डॉक्टर मनोज, डॉक्टर विजय कुमार, डॉक्टर ब्रजेश कुमार, डॉक्टर अरुण कुमार, डॉक्टर संजीव कुमार, डॉक्टर शरद वैश्य, डॉक्टर पंकज पांडे आदि. सामूहिक इस्तीफे की कॉपी एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हेल्थ, डायरेक्टर जनरल हेल्थ, एडिशनल डायरेक्टर जनरल हेल्थ, एडिशनल डायरेक्टर मेडिकल एंड हेल्थ, जिला अधिकारी उन्नाव को भी भेजी गई है.
HIGHLIGHTS
- जिला प्रशासन पर लगाया शोषण करने का आरोप
- कहा- ईमानदारी और निष्ठा पर शक करते हैं
- 'हमेशा जेल भेजने की धमकी देते हैं अधिकारी'