विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने सोमवार को दिल्ली पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मुखिया शिवपाल सिंह यादव. महागठबंधन को लेकर हो रही बैठक को लेकर शिवपाल यादव को आमंत्रित किया गया है. रविवार को ही शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के रमाबाई मैदान में जनाक्रोश रैली की थी. इसके बाद से विपक्ष को यूपी में शिवपाल के राजनीतिक कद का एहसास हो गया है. इसके चलते 2019 में यूपी फतेह के लिए शिवपाल को महागठबंधन में शामिल करने की कवायदस शुरू की गई.
इस बीच सपा संरक्षक मुलायम सिंह भी बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचे हुए है.
उल्लेखनीय है कि शिवपाल ने मुलायम के सामने प्रसपा-लो का नेतृत्व करने की पेशकश रखी थी. वह मुलायम का आशीर्वाद प्राप्त होने का भी लगातार दावा करते रहे हैं. वहीं रविवार को अपने बड़े भाई और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा-लो) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अब कोई उनका साथ दे या ना दे, फर्क नहीं पड़ता. शिवपाल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में सपा संस्थापक मुलायम के साथ देने से हिचकने के सवाल पर कहा, 'कौन हमारे साथ है, कौन नहीं है, इसकी मुझे अब कोई चिंता नहीं है.'
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इस सवाल पर कि वह हमेशा मुलायम का आशीर्वाद प्राप्त होने का दावा करते हैं, मगर क्या कारण है कि सपा संस्थापक उनकी बजाय अपने बेटे अखिलेश यादव के साथ दिखायी देते हैं, शिवपाल ने कहा, 'मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं और मैं अब जानकारी करना भी नहीं चाहता.'
नयी पार्टी बनाने के बाद रविवार को लखनऊ में 'जनाक्रोश रैली' करने जा रहे शिवपाल ने कहा, 'अब हमारे सामने देश और समाज के बहुत से मुद्दे हैं. उन्हीं मुद्दों के कारण हमने कल जनाक्रोश रैली बुलायी है. हम जनता के मुद्दों को लेकर आगे बढ़ेंगे.'
Source : News Nation Bureau