कहते हैं प्यार सच्चा हो तो मंजिल भी मिल ही जाती है. ठीक ऐसा ही हुआ उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में. यहां दो सहेलियों को आपस में प्यार हो गया और दोनों ने शादी कर ली. लेकिन मामला समलैंगिक विवाह का था इसलिए दोनों ने पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग की. हालांकि पुलिस ने दोनों को बालिग होने के कारण और समलैंगिकता कानून के आधार पर एक साथ रहने की इजाजत दी.
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खबरों के मुताबिक, ये पूरा मामला फतेहपुर सदर कोतवाली क्षेत्र का है. यहां एक मोहल्ले में रहने वाली युवती (20) कोचिंग करने 2 साल पहले कानपुर गई थी. वह पार्ट टाइम में कानपुर के एक मॉल में नौकरी करने लगी. उसी मॉल में ही काम करने वाली कानपुर की युवती (21) के साथ में दोस्ती हो गई. धीरे-धीरे दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि शादी का मन बना लिया. दोनों तीन माह पहले घरवालों को बगैर बताए घूमने चली गई थीं. लौटने पर परिवार के लोगों ने दोनों को अलग कर दिया.
फतेहपुर शहर की रहने वाली युवती 10 दिन पहले अचानक गायब हो गई थी. परिजनों ने कानपुर की युवती के घरवालों संपर्क किया तो पता लगा कि वह भी उसी 10 दिन से गायब है. दोनों शनिवार को फतेहपुर आ गई. घरवालों से अलग कमरा लेकर रहने लगीं.
परिजनों के विरोध पर दोनों रविवार को कोतवाली पहुंची. उन दोनों ने बताया कि घर से चले जाने के बाद उन्नाव के एक मंदिर में शादी रचाई है. वह अब घर वालों से अलग एक साथ रहना चाहती हैं. दोनों परिवार के लोग भी कोतवाली पहुंचे और दोनों को साथ रखने की इच्छा जाहिर की लेकिन वह दोनों तैयार नहीं हुई.
एसएसआई कैलाश नाथ ने बताया ने कहा कि दोनों बालिग हैं और वह घर वालों से अलग भी रहना चाहती हैं. परिवारों की रजामंदी पर दोनों को एक साथ रहने के लिए अलग भेज दिया गया है. वहीं दूल्हा बनी पूनम की मां ने बताया की हम दोनों को घर ले जाना चाहते हैं, हम इस शादी से राजी है.