लोकसभा चुनाव के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पहली बार अयोध्या आए. रविवार को वह 9 बजे अयोध्या पहुंचे. शिवसेना प्रमुख के साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहे. उद्धव ने यहां शिवसेना के 18 नवनिर्वाचित सांसदों के साथ रामलला के दर्शन किए.
शिवसेना प्रमुख की यह यात्रा राम मंदिर के लिए शिवसेना की पहल दिखा रही है. साथ ही शिवसेना इस यात्रा से बीजेपी पर मंदिर को लेकर दबाव भी बनाना चाहती है. लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले जब उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे उस समय उन्होंने राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर सवाल उठाए थे.
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लोकसबा चुनाव 2019 में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है जिसके बाद उद्धव एक बार फिर अयोध्या पहुंचे. शिवसेना प्रमुख 9 बजे चार्टर्ड प्लेन से मुंबई से अयोध्या पहुंचे. रामलला के दर्शन के बाद उद्धव ने पत्रकारों से बातचीत की.
बातचीत में उन्होंने कहा कि राम मंदिर अब बहुत ही जरूरी हो चला है. जब चुनाव से पहले अयोध्या आया था तो कुछ लोगों को लगा था कि यह बस चुनावी यात्रा है. लेकिन मैंने कहा था कि पहले मंदिर फिर सरकार. जब हमारी विराट जीत हुई तो आज सभी सांसदों के साथ अयोध्या आया हूं.
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मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण जल्द ही होगा. सभी सांसद रामलला के दर्शन कर चुके हैं और कल संसद के पहले सत्र में जाएंगे. उद्धव ने कहा कि मैं यहां हमेशा आता रहा हूम और आता रहूंगा. अयोध्या जगह ही ऐसी है जहां बार-बार आने का दिल करता है.
मंदिर को लेकर उन्होंने एक बार फिर कहा कि मंदिर बनेगा, वहीं बनेगा जहां रामलला जन्मे थे. कोई रोकने वाला नहीं है. मंदिर बनाने के लिए हम मोदी सरकार के साथ हैं. उद्धव ने कहा मंदिर बनाने के लिए अगर कानून बनाना पड़े तो वह भी बनेगा.
HIGHLIGHTS
- अयोध्या में उद्धव ने कहा, मंदिर मुद्दे पर हम बीजेपी के साथ हैं
- मंदिर के लिए अगर नियम भी बनाना पड़ा तो वह भी बनेगा
- सभी सांसद रामलला का दर्शन करके कल संसद जाएंगे