Umesh Pal Murder Case : यूपी पुलिस उमेश पाल के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन इस केस के 19 दिन के बाद भी कई आरोपी अब भी नहीं पकड़े गए हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश की पुलिस और एसटीएफ को उमेश पाल और उनके दो गनरों पर बम फेंकने वाले गुड्डू मुस्लिम यानी बमबाज गुड्डू के मेरठ में छिपे होने की सूचना मिली. इस पर एसटीएफ की टीम उसे पकड़ने के लिए मेरठ पहुंची, लेकिन 20 मिनट पहले वह फरार हो गया.
प्रयागराज के धूमनगंज पुलिस थाने इलाके में 24 फरवरी को उमेश पाल को बमों और गालियों से मौत के घाट उतार दिया गया था. इस मामले में वांछित बमबाज खूंखार अपराधी गुड्डू मुस्लिम अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इस केस के बाद वह मेरठ में छिपा था. एसटीएफ के पहुंचने से 20 मिनट पहले ही बमबाज गुड्डू फरार हो गया है. उमेश पाल का शूटर बार-बार अपना लोकेशन बदल रहा है.
उमेश पाल हत्याकांड को 19 दिन बीत चुके हैं, लेकिन यूपी पुलिस अभी तक अतीक अहमद के बेटे असद और उसके पांच गुर्गों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. सूत्रों के अनुसार, मेरठ एसटीएफ ने बुधवार सुबह ही अतीक के बहनोई डॉ अखलाक के घर पर छापा मारा था. इसके बाग एसटीएफ की टीम ने अखलाक से गोपनीय पूछताछ की. आपको बता दें कि अतीक के बेटे को पकड़ने के लिए ये छापेमारी की गई थी.
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जानें कैसे बना बमबाज गुड्डू
गुड्डू मुस्लिम का जन्म प्रयागराज में ही हुआ है और यहीं पर उसका लालन-पालन भी हुआ. उसने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई लिखाई थी. उसने पश्चिम बंगाल में बम बनाया सीखा था. उसे कच्चे बम बनाने में महारत हासिल है. वह बाइक चलाते हुए भी बम बना सकता है. अगर उसके पास कच्चे माल हो तो वह कुछ सेकंडों में बम बना सकता है. यहीं से उसका नाम गुड्डू मुस्लिम से बमबाज गुड्डू पड़ गया.
Source : News Nation Bureau