उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य में अपराध कम नहीं हो रहा है. इसी क्रम में उन्नाव जिले के बबुरहा गांव में बुधवार देर रात तीन दलित नाबालिग लड़कियां बेहोशी की हालत में मिली थीं. इनमें से 2 लड़कियों को जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीसरी लड़की को गंभीर हालत में कानपुर रेफर कर दिया गया है. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों लड़कियों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है.
उन्नाव कांड में गुरुवार को दोनों लड़कियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. तीन डॉक्टरों के पैनल ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया है. मेडिकल सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि लड़कियों ने मौत से 6 घंटे पहले जहरीला पदार्थ खाया था. डॉक्टर खाने में जहर होने की आशंका जता रहे. दोनों लड़कियों के पेट में 100 से 80 ग्राम खाना मिला. दोनों बच्चियों के बिसरा प्रिसर्व कर लिया गया है. दोनों की स्लाइड बनाई गई. हालांकि, अभी तीसरी लड़की का उपचार अस्पताल में चल रहा है.
उन्नाव कांड में मृतका के पिता ने पुलिस को तहरीर दी है. घटना के 18 घंटे बाद मृतका काजल के पिता ने असोहा थाना में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है. मृतक के पिता ने तहरीर में जिक्र किया है कि घटनास्थल पर मृतक काजल व कोमल के गले में दुपट्टा लिपटा है. तीनों लड़कियों के मुंह से झाग निकल रहा था. मृतक के पिता ने तहरीर देकर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस को हाथ लगे अहम सुराग
पूरी रात की पड़ताल और पूछताछ के बाद पुलिस को घटना में अहम सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस ने किशोरियों के स्वजन से गहन पूछताछ शुरू कर दी है. वहीं पूरी रात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर डटे रहे, तो डीएम और एसपी ने गांव जाकर गहनता से पड़ताल की. उन्नाव के असोहा में हुई घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है. पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बुधवार की रात भर अलर्ट पर रहे. रात में घटनास्थल पर पहुंची आइजी लक्ष्मी सिंह और फिर एडीजी जोन एसएन साबत ने छानबीन और पूछताछ करने के बाद थाने का रुख किया. इसके बाद देर रात दोनों अधिकारी डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी के साथ गांव पहुंचे. स्वजन व ग्रामीणों से रातभर पूछताछ चली. एडीजी जोन और आइजी रेंज के लखनऊ चले जाने के बाद एसपी गुरुवार सुबह करीब छह बजे फिर से घटनास्थल पर पहुंच गए. वह टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं. पुलिस टीम खेतों में गेंहूं की फसल खड़ी होने की वजह से फसल का भी ध्यान रख रही है कि खराब न हो सके और साक्ष्य मिल जाएं. घायल किशोरी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. सूत्रों की मानें तो पुलिस अफसरों को घटना में कई अहम सुराग मिले हैं, हालांकि अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भी फोर्स तैनात
एसपी ने बताया कि घटना की जांच अभी शुरूआती दौर में है. मृतक किशोरियों का पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट से काफी स्थिति स्पष्ट होगी. घटना की जांच के लिए छह टीमें बनाई गई हैं. इसके अलावा एसओजी और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है. दोनों किशोरियों के पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में तीन डॉक्टरों का पैनल गठित कर दिया गया है. पैनल में एक महिला डॉक्टर, शुक्लागंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी और जिला अस्पताल के डॉक्टर को शामिल किया गया है. इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार से लेकर बाहर तक भारी फोर्स तैनात है. किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है. सीओ बीघापुर पाशंकर और सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र बाहर मौजूद हैं. पोस्टमार्टम के बाद शवों को ले जाने के लिए मुख्य गेट पर एंबुलेंस भी तैयार करा दी गई है.
जांच के लिए आधा दर्जन पुलिस टीमें गठित
उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि घटना की जांच के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की गई हैं. इसके अलावा स्वाट व सर्विलांस टीमें भी काम कर रही हैं. गंभीर किशोरी के बयान व पोस्टमार्टम रिपोर्ट खुलासे के लिए अहम हैं. दोनों का इंतजार किया जा रहा है. जल्द ही घटना से पर्दा उठ जाएगा. हालांकि प्रथम दृष्टया मामला जहर से मौत का प्रतीत हो रहा है. उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की घटना ने एक बार फिर से सबको शर्मसार कर दिया है. बुधवार रात जिले के बबुरहा गांव में तीन नाबालिग दलित लड़कियां खेत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं. इनमें दो लड़कियों की मौत हो चुकी थी, जबकि तीसरी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है.
Source : News Nation Bureau