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'उन्नाव रेप कांड के आरोपियों को दौड़ा-दौड़ाकर मारो', पीड़िता के पिता ने योगी सरकार ने लगाई इंसाफ की गुहार

केंद्र और राज्‍य सरकार से इंसाफ की गुहार लगाते हुए पीड़िता के पिता ने कहा, 'दरिंदों को तत्‍काल फांसी दी जाए या फिर दौड़ा-दौड़ाकर उन्‍हें मारा जाए.'

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Sunil Mishra
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'उन्नाव रेप कांड के आरोपियों को दौड़ा-दौड़ाकर मारो', पीड़िता के पिता ने योगी सरकार ने लगाई इंसाफ की गुहार

उन्नाव रेप कांड के आरोपियों को दौड़ा-दौड़ाकर मारो: पीड़िता के पिता( Photo Credit : File Photo)

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उन्नाव रेप पीड़िता ने दिल्‍ली के सफदरजंग अस्‍पताल में शुक्रवार रात करीब 11:40 बजे दम तोड़ दिया. उसके बाद पीड़िता के पिता ने बेटी के लिए न्‍याय की मांग की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र और राज्‍य सरकार से इंसाफ की गुहार लगाते हुए पीड़िता के पिता ने कहा, 'दरिंदों को तत्‍काल फांसी दी जाए या फिर दौड़ा-दौड़ाकर उन्‍हें मारा जाए.' उन्‍होंने मांग की कि जिस तरह हैदराबाद कांड के आरोपियों को मारा गया, ठीक वैसे ही हमारी बेटी के दरिंदों को भी मारा जाए. आरोपियों को सजा मिलने पर ही बेटी की आत्‍मा को शांति मिल सकेगी.' पीड़िता के पिता ने कहा, हमें पैसे का लालच नहीं है. हम बस आरोपियों को सजा दिलाना चाहते हैं और इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : 'मैं मरना नहीं जीना चाहती हूं, आरोपियों को छोड़ना मत, उन्हें सजा दिलाना', उन्नाव की बेटी के आख़िरी शब्द

शुक्रवार की रात करीब 11:40 बजे सफदरजंग अस्पताल (safdarjung hospital) में उन्‍नाव रेप पीड़िता की मौत हो गई. अस्पताल के बर्न और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. शलभ कुमार ने इसकी पुष्टि की. डॉ. शलभ ने बताया, रात करीब 11:10 बजे पीड़िता के हृदय ने काम करना बंद कर दिया. उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और 11:40 बजे उसका निधन हो गया. सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सुनील गुप्ता के अनुसार, पीड़िता का पूरा शरीर बुरी तरह से जल गया था. अस्‍पताल के सूत्रों के अनुसार, होश में रहने के दौरान उन्‍नाव रेप पीड़िता बोलती रही, मुझे जलाने वालों को छोड़ना मत. फिर नींद में चली गई. इस तरह एक और निर्भया की मौत हो गई.

उन्‍नाव की बेटी अब हम सबको छोड़कर चली गई. वह जाना नहीं चाहती थी, लेकिन कुछ दुर्दांत लोगों ने उसे मौत के मुंह में धकेल दिया. उसके जीने की चाह को 'आग' लगा दी. पहले रेप कर उसकी 'आत्‍मा को मारा' और फिर जब जमानत पर छूटकर आए तो जिंदा जला दिया. करीब 72 घंटे की असह्य पीड़ा के बावजूद वह जीना चाहती थी. वह न्‍याय चाहती थी, लेकिन अब उसकी आस जमाने वालों की जिम्‍मेदारी बन गई है. उसे न्‍याय देना ही होगा, आरोपियों को सजा देनी ही होगी. जाते-जाते वह कहती रही- 'मैं मरना नहीं चाहती. मैं जीना चाहती हूं, आरोपियों को छोड़ना मत, उन्हें सजा जरूर दिलाना.'

यह भी पढ़ें : उन्‍नाव रेप केस के आरोपियों को एक माह में फंदे पर लटकाओ, स्‍वाति मालीवाल ने मोदी-योगी सरकार से की मांग

उधर, दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्‍यक्ष स्वाति मालीवाल ने मांग की है कि एक माह में ही आरोपियों को फांसी पर लटकाया जाए. रेप पीड़िताओं के लिए त्‍वरित न्‍याय की मांग को लेकर राजघाट स्‍थित समता स्‍थल पर अनशन पर बैठीं स्‍वाति मालीवाल ने कहा, मैं उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि उन्नाव रेप मामले में बलात्कारियों को एक महीने के भीतर फांसी दी जाए.

Source : न्‍यूज स्‍टेट ब्‍यूरो

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