उन्नाव रेप केस की पीड़िता के पिता का उपचार करने वाले डॉ. प्रशांत उपाध्याय की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. बता दें कि डॉ. प्रशांत उपाध्याय वह डॉक्टर हैं, जिन्होंने उन्नाव रेप केस की पीड़िता के पिता का इलाज किया था. रेप केस पीड़िता के पिता को मारपीट के बाद जिला अस्पताल लाया गया था, तब डॉ. प्रशांत उपाध्याय ही इमरजेंसी में थे और इन्होंने ही पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया था.
यह भी पढ़ेंःछात्रों के बीच पहुंचीं जामिया VC, बोलीं- बिना वजह कैंपस में कैसे घुसी पुलिस, हम कोर्ट तक जाएंगे
इस मामले पर विवाद होने के बाद जब सीबीआई ने इसकी जांच शुरू की तो डॉ. प्रशांत उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया था और लंबे समय बाद इनकी बहाली हुई थी. इस वक्त डॉ. प्रशांत फतेहपुर में तैनात थे. हालांकि, डॉ. प्रशांत उपाध्याय की सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. बता दें कि इसी केस से जुड़े मामले में मंगलवार को तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई होगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय मधुमेह से पीड़ित थे.
इससे पहले पिछले दिनों पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ उन्नाव रेप मामले में ट्रक की टक्कर से घायल वकील महेंद्र सिंह की सेहत की रिपोर्ट एम्स ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दी. महेंद्र सिंह की सेहत की रिपोर्ट में कहा कि महेंद्र सिंह का उपचार पूरा हो चुका है. अब इससे ज्यादा इलाज की जरूरत नहीं है. कोर्ट ने महेंद्र सिंह के परिवारवालों को कहा कि वह उन्हें कहीं और ले जाकर इलाज कराना चाहते हैं तो ले जा सकते हैं.
यह भी पढ़ेंःमस्जिद में मुस्लिम महिलाओं के प्रवेश और दाऊदी वोहरा समुदाय में खतना पर होगा विचारः CJI
बता दें कि बीजेपी (BJP) के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) को 2017 के उन्नाव दुष्कर्म मामले (Unnao Rape Case) में उम्र कैद की सजा सुनाई गई है. अदालत ने सेंगर पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. इसमें से 10 लाख रुपये पीड़िता को दिए जाएंगे और 15 लाख रुपये अभियोजन को मिलेंगे. पीड़िता और उसके परिवार को पहले ही एक साल के लिए घर मुहैया कराया गया है. अदालत ने कहा, "हम सीबीआई को हर खतरे के उपायों का आकलन करने और उसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए कह रहे हैं."