उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे व अंतिम दिन विपक्षी दलों के हंगामे और नारेबाजी के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा में अनुपूरक बजट पारित कर दिया गया। अगले साल के शुरुआत में राज्य में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विनियोग (2016-2017 का द्वितीय अनुपूरक) विधेयक की विभाग वार अनुदान मांगें रखीं, जिन्हें ध्वनिमतों से पारित कर दिया गया। इनके अतिरिक्त सदन में एक लाख, चौंतीस हजार आठ सौ पैंतालिस करोड़ 81 लाख 15 हजार रुपये की लेखानुदान मांगें भी ध्वनिमतों से पारित कर दी गईं।
सदन में गुरुवार को सैम हिग्गिनबाटम कृषि प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश विधेयक 2016 और राज्य संपत्ति विभाग के नियंत्रणाधीन भवनों के आवंटन संशोधन विधेयक 2016 पारित हो गए।
हंगामे के बीच ही सदन में कानून व्यवस्था और नोटबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष गयाचरण दिनकर ने कहा, "जब से वर्तमान सरकार सत्ता में आई है, प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। दिन दहाड़े लूट की घटनाएं हो रही हैं और सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है।" उन्होंने पिछले दिनों हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार कानून व्यवस्था का राज कायम करने में असफल साबित हुई है।
शून्यकाल में सदन की कार्यवाही जब शुरू हुई, उस समय भी बसपा के विधायक राज्य की कानून व्यवस्था और नोटबंदी पर कार्यवाही बंद करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ वेल में नारेबाजी करते रहे। इनके अलावा कांग्रेस के सदस्य नोटबंदी और किसानों की समस्याओं को लेकर लगातार सरकार से चर्चा की मांग कर रहे थे।
कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर ने कहा, "भाजपा के प्रधानमंत्री ने नोटबंदी करके देश को कतार में खड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री के तुगलकी फरमान से पूरा देश कतार में है। हालात बद से बदतर हो गए हैं। देश त्राहिमाम कर रहा है। किसानों को खाद, बीज के लिए पैसे नहीं मिल पा रहे हैं।"
संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने कहा, "सदन में नोटबंदी पर चर्चा न हो पाए, इसके लिए भाजपा के सदस्य लगातार हल्ला कर रहे हैं। भाजपा सदस्य इसलिए हंगामा कर रहे हैं कि ताकि प्रदेश के लोग न जान पाएं कि नोटबंदी से देश को क्या समस्याएं आ रही हैं।" आजम ने कहा कि एटीएम में नोट नहीं, एवीएम में वोट नहीं।
सदन के वेल में जमकर हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों को कई बार समझाने के बाद भी भाजपा और बसपा के सदस्य जमे रहे। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि 16वीं विधानसभा का अखिरी सत्र था। दुखद है कि सौहाद्र्र की जगह हंगामे देखना पड़ा।
उन्होंने कहा, "आज (गुरुवार) विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन आप लोगों को प्रेम से अपने-अपने स्थानों पर बैठकर कामकाज निष्पादित कराना चाहिए था।" इसके बाद अध्यक्ष ने जन-गण मन के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
Source : IANS