यूपी एटीएस (ATS) को बड़ी सफला मिली है. टीम ने गोंडा निवासी रईस को गिरफ्तार किया है. वह आईएसआई के एजेंट के रूप में काम कर रहा था. रईस ने बताया कि उसे आईएसआई की ओर से प्रलोभन मिला था. सुरक्षा एजेंसियों को जब इस बात की भनक लगी तो यूपी एटीएस को सूचना दी गई. यूपी एटीएस की पड़ताल में इस मामले हो सही पाया गया, जिसके बाद रईस को गिरफ्तार कर लिया गया. रईस ने पूछताछ में बताया कि उसकी मुलाकात मुंबई में अरमान नाम के शख्स से हुई थी. अरमान ने उसे बरगलाने की कोशिश की.
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उसका ब्रेन वॉश करने के लिए हिंदुस्तान में मुसलमानों के साथ अन्याय का जिक्र किया. उसने उसे भारत के खिलाफ जासूसी के लिए भी उकसाया. अरमान ने रईस को दुबई में नौकरी व मोटा पैसा कमाने का लालच भी दिया.
इसके बाद रईस की हुसैन नाम एक पाकिस्तानी शख्स से बात होने लगी. रईस के अनुसार, उसने सैन्य प्रतिष्ठानों के फोटो और कुछ अहम जानकारियां पाकिस्तान को भेज दी हैं. इसके साथ उसने अपने कुछ दोस्तों को भी आईएसआई के साथ जोड़ा. पूछताछ में पता चला कि रईस को पाकिस्तान के हैंडलर ने बांग्लादेशी नंबर मुहैया कराया था. इस दौरान एटीएस उ.प्र. को विभिन्न गोपनीय स्रोतों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी ISI के एजेंट द्वारा भारतीय नागरिकों को देश के विरुद्ध बरगलाया जा रहा है.
इस सूचना को लेकर एटीएस की टीमों ने लगातार निगाहें बनाई रखीं. उन्हें पता चला कि रईस पुत्र मो. हुसैन, निवासी: ग्राम- दीनपुरखा, थाना-तरबगंज, जिला- गोण्डा ISI का एजेंट बन चुका है और महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाओं को ISI के हैंडलर्स को उपलब्ध करवा रहा है, जिसके बदले मैं इसे धन प्राप्त हुआ है. मो रईस उपरोक्त को एटीएस मुख्यालय पर बुलाकर नियमानुसार पूछताछ की गयी और उसके द्वारा भेजी गयी सूचनाओं के संबंध मे जानकारी ली गयी तो रईस ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया. गहनता से हुई पूछताछ मे रईस ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. रईस ने बताया कि कुछ वर्ष पहले वह मुंबई में प्राइवेट काम करता था. यहां पर उसकी मुलाकात अरमान नाम के एक व्यक्ति से हुई.