उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक युवक ने ऐसा दावा किया है जो सुनने में अविश्वसनीय लगता है. यह युवक पिछले दो साल से हत्या के मामले में जेल की सजा काट रहा है, लेकिन उसका कहना है कि जिस व्यक्ति की हत्या का आरोप उस पर है, वह तो पाकिस्तान की लाहौर सेंट्रल जेल में बंद है. यह मामला न केवल कानूनी बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी कई प्रश्न उठाता है.
बागपत का हैरान करने वाला मामला
इस मामले की शुरुआत 12 अगस्त 2022 को गाजियाबाद के मुरादनगर इलाके में एक अज्ञात शव मिलने से हुई. शव की पहचान 16 अगस्त को तेजवीर के रूप में हुई. इसके बाद बागपत के चमरावल गांव के गौरव त्यागी सहित चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया. मृतक के पिता ने गौरव त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, जिसके चलते पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
हत्या के आरोप में युवक की कहानी
कुछ समय बाद, स्थानीय खुफिया विभाग की एक टीम मुरादनगर के नेकपुर गांव में गई और एक तस्वीर के जरिए तेजवीर की पहचान की. जब खुफिया विभाग ने बताया कि तेजवीर पाकिस्तान की लाहौर सेंट्रल जेल में बंद है, तो यह जानकारी गौरव और उसके परिवार के लिए चौंकाने वाली थी. उन्होंने आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि गौरव की हत्या की सजा गलत थी.
कोर्ट का सहारा
गौरव अब अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए जमानत पर बाहर आकर कोर्ट के चक्कर लगा रहा है. उसके वकील अनुज ढाका का कहना है कि यह मामला स्पष्ट करता है कि गौरव को फंसाया गया है. गौरव के परिवार का कहना है कि यदि तेजवीर वास्तव में पाकिस्तान में है, तो उन्हें न्याय मिलना चाहिए.
पुलिस की प्रतिक्रिया
इस मामले पर बागपत पुलिस का कहना है कि यह मामला फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए वे इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते. लेकिन सवाल यह उठता है कि एक व्यक्ति कैसे दो साल तक जेल में रह सकता है जबकि उसकी हत्या का आरोप एक जीवित व्यक्ति पर लगाया गया है.