उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षा गुरुवार 7 फरवरी से शुरू हो जाएगी. बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. माना जा रहा है कि 58 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी यूपी बोर्ड की परीक्षा में भाग लेंगे. हाईस्कूल में 31 लाख 79 हजार 347 परीक्षार्थी और इंटर में 26 लाख 27 हजार 575 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. प्रदेश भर में 8354 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी. राज्य भर में 1314 सवेदनशील और 448 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए हैं. हाईस्कूल की परीक्षा 14 दिन और इंटर की 16 दिन तक चलेगी.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल की तरह इस बार भी परीक्षा को नकल विहीन रखने का निर्देश दिया है. परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के बाद नकल में कमी आई है. नकल माफिया का चक्रव्यूह टूटा है, लेकिन अभी पूरी तरह नकल से निजात नहीं मिली है.
परीक्षा की निगरानी के लिए हर जिले में डिजिटल कंट्रोल रूम बनाया गया है. कंट्रोल रूम जिला विद्यालय निरीक्षक के दफ्तर में बनाये गये हैं, जिसकी निगरानी वह स्वयं व अपने मातहतों द्वारा करेंगे. विशेष निगरानी के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट व सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किये जायेंगे. किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए कक्ष निरीक्षक व केंन्द्र व्यवस्थापक जिम्मेदार होंगे.
इस बार भी दो पालियों में परीक्षा होगी. पहली पाली की परीक्षा सुबह आठ बजे से सवा 11 बजे तक तो दूसरी पाली की परीक्षा 2 बजे से सवा 5 बजे तक होगी. पहले दिन हाईस्कूल के विद्यायर्थियों का प्रथम पाली में संगीत गायन का पेपर होगा, जबकि 12वीं का प्रथम पाली में ही काष्ठ शिल्प, ग्रंथ शिल्प व सिलाई का पेपर होगा और दूसरी पाली में मनोविज्ञान, शिक्षा शास्त्र व तर्कशास्त्र का पेपर होगा.
Source : Manvendra Pratap Singh