उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है. साथ ही कौनसा प्रत्याशी किस मैदान में उतारा जाए इस पर लगातार विचार विमर्श जारी है. इसी बीच समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया है. यहां से उन्होंने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद का टिकट फाइनल कर दिया है. उन्होंने सभी दावदारों को एक मंच पर सम्मानित किया है.
बता दें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लखनऊ में बैठक का आयोजन किया था. इसमें उन्होंने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट और अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चा की थी. इस बैठक में पहुंचे पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रत्याशी चुनने की सहमति दी. इस मौके पर दावेदारों को भी आमंत्रित किया था.
कौन हैं अजीत प्रसाद
अजीत प्रसाद को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. अजीत प्रसाद, अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद और 9 बार के विधायक अवधेश प्रसाद के बेटे हैं. अजीत प्रसाद, 2010 से समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता है और सपा प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य भी रहे चुके हैं.
इन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं
कटेहरी (अंबेडकर नगर)
- करहल (मैनपुरी)
- मिल्कीपुर (अयोध्या)
- मीरापुर (मुजफ्फरनगर)
- गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर)
- शीशमऊ (कानपुर नगर)
- खैर (अलीगढ़)
- फूलपुर (प्रयागराज)
- कुंदरकी (मुरादाबाद).
क्यों सपा के लिए खास है मिल्कीपुर और कटेहरी
सपा के लिए ये सीटें बेहद जरूरी हैं. मिल्कीपुर और कटेहरी से सपा विधायक अवधेश प्रसाद और लालजी वर्मा सांसद चुने गए हैं. इसलिए पार्टी इन दोनों सीटों पर जीत के लिए अभी से तैयारियों में जुटी हुई है. वहीं बीजेपी भी मिल्कीपुर और कटेहरी सीटों के लिए प्रचार अभियान के लिए नजरें गढ़ाए हुए हैं.
यह भी पढ़ें: 'कांग्रेस पार्टी का है दोगला चरित्र', मायावती ने राहुल गांधी पर बोला बड़ा हमला
इसलिए हो रहे हैं 10 सीटों पर उपचुनाव
बता दें कि यूपी में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. लोकसभा चुनाव में विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद 9 सीटें खाली हो गई थीं, जबकि शीशमऊ सीट पर सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं.