बकरीद को लेकर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने यूपी में बकरीद के दिन सामूहिक नमाज पर रोक लगा दिया है. साथ ही खुले स्थानों पर कुर्बानी पर भी रोक लगाया है. गैर मुस्लिम क्षेत्रों में खुले में मांस ले जाने पर भी पाबंदी रहेगी. डीजीपी मुख्यालय ने जारी किए दिशा-निर्देश. इसके अलावा यूपी के डीजीपी द्वारा जारी किए पत्र में सांप्रदायिक भावनाओं का भी ध्यान रखने के लिए बोला गया है. पत्र में यूपी के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से कहा गया है कि कुर्बानी के दौरान गोवंश की हत्या से कई बार पहले भी सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ है. इसलिए इस बात का खास ध्यान रखा जाना चाहिए.
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लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक करें
गाइडलाइन में कहा गया, 'पुलिस लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक करें. सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए रखें. भ्रामक सूचना प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. थानाध्यक्ष और क्षेत्राधिकारी छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लें. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत देश में कहीं पर भी मंगलवार को ईद उल अज़हा का चांद नज़र नहीं आया. लिहाज़ा बकरीद का त्यौहार अब एक अगस्त को मनाया जाएगा. दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम ने कहा, 'दिल्ली समेत भारत में कहीं भी चांद नजर नहीं आया है. बकरीद एक अगस्त, ब-रोज़ शनिवार को मनाई जाएगी.' उन्होंने कहा, 'दिल्ली में आसमान साफ नहीं था, लेकिन तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में जहां आसमान साफ था, वहां से भी चांद नहीं दिखा है.
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1 अगस्त को बकरीद
वहीं इमारत ए शरिया हिंद ने भी ऐलान किया कि ईद उल अज़हा या ज़ुहा का त्यौहार एक अगस्त को मनाया जाएगा. इमारत ए शरिया हिंद की रूयत ए हिलाल समिति के सचिव मुईजुद्दीन अहमद ने एक बयान में कहा, 'दिल्ली में चांद नहीं दिखा है न ही देश के किसी हिस्से से चांद नजर आने की कोई खबर है.' अहमद ने कहा, 'इस्लामी कलैंडर के 12वें महीने ज़िल हिज्जा की पहली तारीख 23 जुलाई को होगी और ईद उल अज़हा एक अगस्त को मनाई जाएगी.'