UP Encounters : उत्तर प्रदेश में अपराधियों और माफिया के खिलाफ योगी सरकार फुल एक्शन मोड़ में है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी की कमान संभालने के बाद कहा था कि गुनाह करने वालों को ठोक दिया जाएगा. उसके बाद से प्रदेश में यह तो अपराधियों को मार गिराया जा रहा है या फिर वो खुद ब खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर दे रहे हैं. यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को एक और गैंगस्टर को ढेर कर दिया है. योगी राज में साल 2017 से लेकर अबतक एनकाउंटरों का सिलसिला जारी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर अनिल दुजाना के एनकाउंटर के बाद अब योगी राज में मुठभेड़ में मारे जाने वाले अपराधियों की संख्या 184 पहुंच गई है. पिछले 6 वर्षों में पुलिस और माफिया के बीच 9,435 से अधिक मुठभेड़ हुई हैं. इन मुठभेड़ के दौरान कुछ अपराधी मारे गए हैं तो कुछ पकड़े गए हैं. पुलिस ने अबतक 5,046 कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
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ये हैं यूपी की 5 बड़ी मुठभेड़ें
अनिल दुजाना : यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को पश्चिमी यूपी के कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना को एनकाउंटर में मार गिराया है. दुजाना मेरठ में किसी बड़ी घटना को अंजान देने की फिराक में था. इसकी जानकारी मिलते ही एसटीएफ की टीम भी पहुंच गई. पुलिस ने मुठभेड़ में उसे ढेर कर दिया. दुजाना के खिलाफ हत्या, डकैटी, फिरौती समेत कुछ 62 मुकदमे दर्ज हैं.
असद अहमद : उमेश पाल हत्याकांड में पूर्वांचल के बाहुबली माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके शूटर गुलाम शामिल थे. यूपी एसटीएफ ने झांसी मुठेभेड़ में दोनों को मार गिराया था. दोनों के पास विदेशी हथियार भी थे. असद-गुलाम दोनों बाइक से भाग रहे थे, लेकिन एसटीएफ टीम ने दोनों को ढेर कर दिया.
विकास दुबे : यूपी पुलिस ने मुठभेड़ में 10 जुलाई 2020 को कुख्यात गैंगस्टर और हिस्ट्रीशटर विकास दुबे को मारा गया था. उनके पर 60 से अधिक केस दर्ज थे. कानपुर के बिकरुगांव में छिपे विकास दुबे को पुलिस पकड़ने गई. इस दौरान दोनों के बीच जमकर फायरिंग हुई, जिसमें 8 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद पुलिस ने उसे एमपी के उज्जैन से गिरफ्तार किया था. मध्य प्रदेश से यूपी वापस आते समय पुलिस की गाड़ी पटल गई और वह भागने लगा. इस पर पुलिस ने विकाश दुबे को मार गिराया.
डकैत सुनील सिंह : यूपी एसटीएफ और पुलिस ने 20 फरवरी 2023 को मुठभेड़ में डकैत सुनीत को ढेर कर दिया था. सुनील सिंह ने साल 2001 में गोंडा जिले के एक घर में डाका डाला था. डकैती के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद उसने अलीगढ़ के एक घर में दो लोगों की हत्या की और फिर डकैती डाली थी. ऐसे ही उसके फिर कई सारे अपराधिक मामले दर्ज हैं.
पुष्पेंद्र यादव : मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बालू खनन के दौरान 9 अक्टूबर 2019 की रात को पुष्पेंद्र यादव की वहां के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान से कहासुनी हो गई थी. इसके बाद पुष्पेंद्र ने उस पर फायरिंग कर दी और उसकी कार छीन ली. उसी रात पुलिस ने पुष्पेंद्र को मुठभेड़ में मार गिराया था.