उत्तर प्रदेश के चर्चित गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर (Gangster Vikas Dubey Encounter Case) मामले में यूपी पुलिस (UP Police) को क्लीन चिट दे दी गई है. जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा गठित जस्टिस बीएस चौहान कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में यूपी पुलिस को क्लीन चिट दी है. आठ महीने की जांच के बाद कमेटी को कोई गवाह नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके कि एनकाउंटर पुलिस की मंशा के अनुरूप और फर्जी था. जांच के दौरान जस्टिस बीएस चौहान ने कई पुलिसकर्मियों से पूछताछ की, लेकिन कमेटी को एक भी पुख्ता सबूत नहीं मिले जिससे यह साबित हो सके कि एनकाउंटर फर्जी था. साक्ष्यों के आभाव में विकास दुबे एनकाउंटर मामले में पुलिस को क्लीन चिट दे दी गई है.
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बता दें कि पिछले साल 10 जुलाई को कानपुर में हुई एक पुलिस मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे मारा गया था. दुबे ने 3 जुलाई को बिकरू गांव में घात लगाकर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. पुलिस उसके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ व्यापक जांच कर रही है.
गौरतलब है कि विकास दुबे कानपुर देहात में शिवली थाना क्षेत्र का रहने वाला था. कानपुर ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिलों में भी उसका दबदबा था. 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में विकास दुबे के अलावा उसके कई साथी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए थे. विकास को पुलिस ने मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था. और कानपुर सीमा पर पहुंचते ही वो जिस गाड़ी में बैठा था, वो पलट गई थी. मौके का फायदा उठाकर उसने भागने की कोशिश की और पुलिस की गोली का शिकार हो गया.
Source : News Nation Bureau