उत्तर प्रदेश सरकार बच्चों में पढ़ने की आदत डालने के लिए एक नवंबर से 45 दिन का अभियान शुरू करेगी, जिसमें बच्चों को पढ़ने के लिए जागरूक किया जाएगा. बेसिक शिक्षा विभाग ने इस अभियान के लिए 75 जिलों के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं, जिसका उद्देश्य स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाओं में आयु-उपयुक्त पठन पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करके बच्चों के लिए एक आनंदमय पठन संस्कृति को बढ़ावा देना है. स्कूली शिक्षा के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने सभी अधिकारियों से छात्रों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है. साथ ही स्कूलों में इन्फोग्राफिक्स और गतिविधि कैलेंडर सहित शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने को कहा है.
यह अभियान राज्य सरकार द्वारा बच्चों में पठन कौशल में सुधार लाने का एक प्रयास है.
इससे पहले जनवरी में, केंद्र सरकार ने साक्षरता और स्कूली शिक्षा विभाग के माध्यम से युवा पीढ़ी के बीच पढ़ने की संस्कृति को विकसित करने के लिए राष्ट्रव्यापी 100-दिवसीय पठन अभियान पढ़े भारत शुरू किया था.
अधिकारियों ने कहा कि मूलभूत शिक्षा भविष्य की सभी शिक्षाओं का आधार है.
नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) सहित विभिन्न शोधों से पता चला है कि बड़ी संख्या में छात्र एक साधारण ग्रेड उपयुक्त पैसेज को पढ़ने में असमर्थ हैं.
पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें इस उम्मीद के साथ तैयार की गई हैं कि बच्चों ने ग्रेड-स्तरीय कौशल हासिल कर लिया है और वे आगे बढ़ सकते हैं.
आनंद ने कहा, अभियान शुरू किया गया है ताकि प्रत्येक बच्चा पढ़ना सीखे और उसके बाद सीखने के लिए पढ़ सके.
Source : IANS