उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से भारी हो रही है. मौसम के बदले मिजाज ने एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है तो वहीं दूसरी तरफ कई लोगों के परेशानी भी खड़ी कर दी है. दरअसल इस बारिश, की वजह से राज्य के 14 जिले काफी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश, तेज आंधी तूफान औप बिजली गिरने की वजह से इन जिलों में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. जानाकरी के मुताबिक ये आंकड़ा अभी और बढ़ भी सकता है.
यह भी पढ़ें: बिहार : खतरे के निशान से ऊपर बह रहा बागमती नदी का पानी, मंडराने लगा बाढ का खतरा
बारिश की वजह से तबाही का मंजर यहीं खत्म नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि तेज बारिश और आंधी तूफान के चलते करीब 133 इमारतें धराशाई हो गई हैं. यूपी के जिन जिलों में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिल रही है उनमें उन्नाव, आंबेडकर नगर, प्रयागराज, बाराबंकी, हरदोई, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, कानपुर नगर, पीलीभीत, सोनभद्र, चंदौली, फिरोजाबाद, मऊ और सुल्तानपुर शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी मूसलाधार बारिश की वजह से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में भी राज्य में इस तरह की मूसलाधार बारिश जारी रहेगी.
Prayagraj: Normal life gets affected at Sangam after water level of river Ganga increases following heavy rainfall. pic.twitter.com/O32mJnH1FM
— ANI UP (@ANINewsUP) July 13, 2019
क्या है अन्य राज्यों का हाल?
वहीं बात करें बिहार की तो वहां भी बारिश की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश की वजह से सड़कें तालाब में तब्दील हो गई है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इसके अलावा असम में भी कुछ यही हाल है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असम में भारी बारिश के चलते 4 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. वहीं 17 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है. वहीं असम के गोलाघाट में बाढ़ की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा भारी बारिश का असर रेल सेवाओं पर भी पड़ा है.
यह भी पढ़ें: सप्ताह भर पहले जहां सूखे की आशंका थी, अब बना बाढ़ का खतरा
लगातार बारिश की वजह से शुक्रवार को असम के बराक घाटी और त्रिपुरा के लिए ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं. बारिश की वजह से पूर्वोत्तर सीमावर्ती रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में रेल पटरियां प्रभावित हुई हैं. एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पी.जे.शर्मा ने कहा कि जतिंगा लुमपुर और न्यू हरंगजाओ स्टेशनों के बीच पटरियां प्रभावित हुई हैं, जिससे अधिकारियों को क्षेत्र से जोड़ने वाली चार ट्रेनों को रद्द या गंतव्य से पहले रोक दिया गया.