केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना (PMAY) के तहत शहरी क्षेत्रों में कम आय वर्ग के लोगों के लिए बन रहे घरों के निर्माण की गति के मामले में उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश की 20.05 लाख और उत्तर प्रदेश को 15.71 लाख घरों के निर्माण को मंजूरी दी है. भवन निर्माण क्षेत्र से जुड़ी एनारॉक ने PMAY की प्रगति जारी की है. जिसके मुताबिक 2024 तक सभी आवास सुविधा मुहैया कराने के लक्ष्य को लेकर शुरु की गई PMAY के तहत अब तक 32 लाख घरों में लगभग एक तिहाई घर अकेले उत्तर प्रदेश में बनें हैं. 9.33 लाख घर आवंटियों को दिया जा चुका है. रिपोर्ट में बताया गया है कि 2019 के अंत तक करीब देश भर में 28.42 लाख घरों का आवंटन कर इन्हें लाभार्थियों को दिया जा चुका है.
पिछले सप्ताह को आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने PMAY के तहत विभिन्न राज्यों में मंजूर किए गए घरों की संख्या एक करोड़ से ज्यादा होने की घोषणा की. सरकार ने PMAY के तहत जरूरत के मुताबिक 2024 तक 1.2 कोरोड़ घर बन जाएंगे.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दिसंबर 2018 तक PMAY के तहत पूरे देश में 12.58 लाख घर बन कर तैयार हो गए थे. जबकि 2019 में 19.42 लाख घर बन कर तैयार हुए. इस योजना में सबसे पीछे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में 8.69 लाख घर बन चुके हैं. पूर्वोत्तर में आवास निर्माण की गति की रफ्तार धीमी दिखाई दी.
Source : News Nation Bureau