समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को पत्र लिखा है. इस पत्र में रामगोविंद चौधरी ने सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खान, उनकी पत्नी और सपा विधायक तजीन फातमा का जिक्र किया है. पत्र में राम गोविंद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष से संरक्षक होने के नाते विधायक तजीन फातिमा की जमानत स्वीकार करने का आग्रह किया है.
पत्र में राम गोविंद चौधरी ने कहा कि आजम खान के परिवार को जमानत दी जाए. ईद के मद्देनजर और आजम खान की तबियत खराब है, साथ ही आजम की पत्नी को फ्रैक्चर भी हो गया है, लिहाजा उन्हें जमानत दी जाए.
अखिलेश ने भी की थी मांग
आजम खान को जेल से बाहर निकालने के लिए समाजवादी पार्टी लगातार काफी समय से मांग कर रही है. इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष और पू्र्व मुख्यमंत्री अखिलेस यादव ने आजम और उनके परिवार को रमजान महीने में इबादत और रोजे की फर्ज अदा करने के लिए जेल से रिहा करने का आग्रह किया था.
अखिलेश यादव ने कहा था कि आजम खान प्रदेश के प्रतिष्ठित नेता हैं. वो कई बार मंत्री और विधायक रह चुके हैं. वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं. वर्तमान में वो रामपुर क्षेत्र से सांसद हैं. मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय जैसे उच्च शैक्षणिक संस्थान उनकी देन है. उनकी पत्नी भी विधायक हैं. दोनों बीमार हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि आजम साहब के बेटे अब्दुल्ला आजम भी विधायक हैं. सरकार इन सभी के साथ जो व्यवहार कर रही है वह अशोभनीय है.
अखिलेश ने कहा कि मोहम्मद आजम खान के प्रति सत्ता दल विद्वेषपूर्ण व्यवहार कर रही है. सरकार के इशारे पर आजम खान पर तमाम फर्जी मुकदमें दर्ज किए गए हैं. उन्हें जेल में रखकर प्रताड़ित किया जा रहा. सत्ताधारी दल उनकी छवि बिगाड़ने में लगा है.
Source : News Nation Bureau