UP Viral News: मुजफ्फरनगर के गांव गुजरहेड़ी के मजरा तालड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां छुट्टी होने के बाद शिक्षक और शिक्षिका एक बच्चे को कमरे में बंद कर घर चले गए. बच्चे की तलाश में परेशान अभिभावक जब स्कूल पहुंचे, तो उन्हें बच्चा कमरे में बंद मिला, जिससे हंगामा खड़ा हो गया.
बच्चे की खोजबीन
वहीं गुजरहेड़ी के मजरा तालड़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाला छह वर्षीय बच्चा मंगलवार सुबह आठ बजे स्कूल गया था, लेकिन जब दोपहर एक बजे तक वह घर नहीं लौटा, तो परिवार वाले चिंतित हो गए और उसकी तलाश में जुट गए. आधा घंटे तक गांव में खोजबीन के बाद जब वे स्कूल पहुंचे, तो बच्चे की आवाज सुनकर चौंक गए.
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चाइल्ड हेल्प लाइन को दी गई सूचना
आपको बता दें कि परिवार ने तुरंत प्रधानाध्यापिका सपना जैन और चाइल्ड हेल्प लाइन 1076 को सूचित किया. प्रधानाध्यापिका ने शिक्षिका रविता रानी को फोन किया, क्योंकि कक्षा की चाबी उन्हीं के पास थी. इस बीच, बच्चे के कमरे में बंद होने की खबर सुनकर गांववाले भी स्कूल में इकट्ठा हो गए. लगभग आधे घंटे बाद रविता रानी के पति चाबी लेकर पहुंचे और बच्चे को कमरे से बाहर निकाला.
पुलिस में शिकायत
इसके साथ ही आपको बता दें कि बच्चे के परिजनों ने इस घटना के विरोध में जानसठ थाने में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल में अनुसूचित वर्ग के बच्चों से सफाई कराई जाती है. प्रधानाध्यापिका सपना जैन का कहना है कि बच्चे के कक्षा में बंद होने का कारण स्पष्ट नहीं है और संभावना जताई कि किसी ने साजिश के तहत बच्चे को पीछे की खिड़की से कमरे में बंद किया होगा.
पुलिस की जांच
वहीं इस मामले को लेकर जानसठ थाना प्रभारी लक्ष्मण वर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है. इसके अलावा, अनुसूचित वर्ग के बच्चों से स्कूल की सफाई कराने के आरोप की भी जांच की जाएगी. एसडीएम सुबोध कुमार ने बताया कि घटना की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. एबीएसए राकेश गौड़ ने कहा कि वे स्वयं भी मामले की जांच कर रहे हैं और उचित कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल, इस घटना ने शिक्षा विभाग की लापरवाही को उजागर कर दिया है और ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है. जांच पूरी होने के बाद ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.