UP Nagar Nikay Chunav Results 2023 : यूपी नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि बीजेपी ने मेयर चुनाव में क्लीन स्वीप किया. इस बीच बहुजन समाज पार्टी की चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने निकाय चुनाव परिणाम पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने साफ कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके यूपी निकाय चुनाव जीता गया है और बसपा चुप होकर नहीं बैठने वाली है.
यह भी पढ़ें : Raghav Chadha Net Worth: कितने अमीर हैं परिणीति के पार्टनर राघव चड्ढा? जानें नेटवर्थ
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों के इस्तेमाल के साथ ही साथ इनके द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से पार्टी बसपा चुप होकर बैठने वाली नहीं है, बल्कि भाजपा को वक्त आने पर इसका जवाब जरूर मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि साथ ही तमाम विपरीत हालात का सामना करते हुए बसपा पर भरोसा करके पार्टी के प्रत्याशियों को मतदान करने के लिए लोगों का तहेदिल से आभार और शुक्रिया. यह चुनाव भी अगर फ्री एण्ड फेयर होता तो नतीजों की तस्वीर कुछ और होती. बीएसपी बैलेट पेपर से चुनाव होने पर मेयर चुनाव भी जरूर जीतती.
यह भी पढ़ें : Maharashtra : संजय राउत बोले- कर्नाटक तो झांकी है, अभी पूरा हिंदुस्तान बाकी है
1. यूपी निकाय चुनाव में भाजपा के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों के इस्तेमाल के साथ ही साथ इनके द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से बीएसपी चुप होकर बैठने वाली नहीं है, बल्कि वक्त आने पर इसका जवाब बीजेपी को ज़रूर मिलेगा।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2023
2. साथ ही, तमाम विपरीत हालात का सामना करते हुए बीएसपी पर भरोसा करके पार्टी उम्मीदवारों को वोट करने के लिए लोगों का तहेदिल से आभार व शुक्रिया। अगर यह चुनाव भी फ्री एण्ड फेयर होता तो नतीजों की तस्वीर कुछ और होती। बैलेट पेपर से चुनाव होने पर बीएसपी मेयर चुनाव भी ज़रूर जीतती।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2023
3. वैसे चाहे भाजपा हो या सपा दोनों ही पार्टियाँ सत्ता का दुरुपयोग करके ऐसे चुनाव जीतने में एक-दूसरे से कम नहीं हैं, जिस कारण सत्ताधारी पार्टी ही धांधली से अधिकतर सीट जीत जाती है और इस बार भी इस चुनाव में ऐसा ही हुआ, यह अति-चिन्तनीय।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2023
मायावती ने आगे कहा कि वैसे चाहे बीजेपी हो या सपा दोनों ही दल सत्ता का दुरुपयोग करके ऐसे चुनाव जीतने में एक-दूसरे से कम नहीं हैं, जिसके चलते धांधली से सत्ताधारी पार्टी ही अधिकतर सीट जीत जाती है और इस चुनाव में इस बार भी ऐसा ही हुआ, यह अति-चिंतनीय है.