यूपी के लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड में के बाद सोशल मीडिया पर सक्रिय हुए पुलिसकर्मियों को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की गई है. डीजीपी ओपी सिंह पुलिसकर्मियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी किए हैं. पूर्व डीजीपी जावेद अहमद के कार्यकाल में बनी पॉलिसी में संशोधन करते हुए 17 बिंदु नई गाइडलांस में डाले गए हैं.
इसमें में पुलिसकर्मियों के हथियार के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट करने पर पाबंदी लगाई गई है. अब पुलिसकर्मी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पुलिस का लोगो, वर्दी और हथियार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.
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बता दें कि लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मर्डर केस में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी के विरोध में बयान देने पर राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद के महामंत्री अविनाश पाठक पर केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है. राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद के महासचिव अविनाश पाठक ने 6 और 7 अक्टूबर को इलाहाबाद में प्रशांत चौधरी के मुद्दे पर मीटिंग बुलाई थी. वो सिपाहियों के समर्थन से 5 अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था.
गौरतलब है कि लखनऊ के गोमती नगर इलाके में शनिवार (29 सितंबर) तड़के 1.30 बजे मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार 'एप्पल' के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी. गोली लगते ही तिवारी का संतुलन बिगड़ गया और उनका वाहन डिवाइडर से टकरा गया. सिर पर गोली लगने के कारण विवेक की मौके पर ही मौत हो गई. यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले.
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Source : News Nation Bureau