Prayagraj Hindi News: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में पेपर लीक के कई मामलों के प्रकाश में आने के बाद योगी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पेपर लीक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अध्यादेश जारी किया है. संगम नगरी प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों ने इस अध्यादेश का स्वागत किया है और सरकार से उम्मीद जताई है कि वह केवल अध्यादेश बनाने तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसे सख्ती से लागू भी करेगी.
अध्यादेश का प्रभाव और छात्रों की राय
प्रतियोगी छात्रों के अनुसार, पेपर लीक और परीक्षाओं में गड़बड़ी को रोकने के लिए केवल कानून बनाना पर्याप्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए मजबूत इच्छाशक्ति और कड़े कदम उठाने की जरूरत होगी. पहले भी ऐसे कानून बनाए गए थे, लेकिन सरकारी अमले के लचर रवैए के कारण दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी. इससे गड़बड़ी करने वालों का हौसला बढ़ता रहा और वे लगातार ऐसी गतिविधियों में शामिल होते रहे.
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उच्चाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
आपको बता दें कि प्रतियोगी छात्रों का मानना है कि जब तक बड़े अफसरों और मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक पेपर लीक जैसी घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश नहीं लगाया जा सकेगा. उनका कहना है कि पेपर लीक की घटनाओं पर केवल छोटे कर्मचारियों को दोषी ठहराने से कोई फायदा नहीं होगा. इसके लिए उच्च अधिकारियों और संबंधित विभाग के मंत्रियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर उनसे इस्तीफा भी लिया जाना चाहिए. छात्रों का कहना है कि जब बड़े पदों पर बैठे लोगों पर कार्रवाई होगी, तभी पेपर लीक जैसी घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा.
कानून के साथ मजबूत इच्छाशक्ति की जरूरत
वहीं छात्रों ने यह भी कहा कि योगी सरकार द्वारा लाया गया अध्यादेश एक सकारात्मक कदम है और इससे एक अच्छा संदेश जाएगा, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इससे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती है अगर इसे सख्ती से लागू नहीं किया गया. केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, जब तक कि उसे लागू करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति नहीं दिखाई जाती.
सकारात्मक संदेश और सख्ती की उम्मीद
योगी सरकार के इस अध्यादेश से छात्रों में उम्मीद जगी है कि सरकार पेपर लीक जैसी घटनाओं पर सख्ती से अंकुश लगाएगी, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अध्यादेश को प्रभावी बनाने के लिए इसे सख्ती से लागू करना होगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी. प्रतियोगी छात्रों का मानना है कि जब तक कानून को सख्ती से लागू नहीं किया जाएगा और दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलेगी, तब तक पेपर लीक जैसी घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगाना मुश्किल होगा.
HIGHLIGHTS
- पेपर लीक रोकने के लिए योगी सरकार का फैसला
- छात्रों ने अध्यादेश का किया स्वागत
- उच्चाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
Source : News Nation Bureau